देशभर में रामनवमी और हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा पर हुए पथराव के मामले में सियासत तेज होती जा रही है। कई हिंदुवादी संगठनों ने इसको लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है। वहीं मुजफ्फरनगर में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्राची ने जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभी ये 20 प्रतिशत हैं तो पथराव हो रहा है लेकिन जब वो 50 फीसदी हो जाएंगे तो हिंदुओं की शव यात्रा भी निकलनी मुश्किल होगी।

दरअसल साध्वी प्राची से शोभायात्राओं पर पथराव की घटना से जुड़ा सवाल किया गया। तो उन्होंने कहा, “ये हिंदुओं के लिए चिंता का विषय है कि कोई भी त्योहार हो उसपर जो भव्य यात्राएं निकालते हैं, अभी तो केवल वो 20 फीसदी हैं, तो पत्थरबाजी करते हैं। लेकिन जब वो 50 प्रतिशत हो जाएंगे तो हिंदुओं की शव यात्रा भी निकलनी दूभर हो जाएगी। इसलिए यह हिंदू समाज के लिए चिंता का विषय है।”

उन्होंने कहा कि एक समुदाय के लोग ही विशेष कर जहां हिंदुओं की यात्रां निकलती हैं, पत्थर फेंकते हैं और गोलियां भी चलाते हैं। उन्होंने AIMIM प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि हैदराबाद के एक नेता का कहना है कि एक ही संप्रदाय के लोगों पर शिकंजा कसा जा रहा है। ओवैसी इस देश को बताए कि जब पत्थर मारने वाला अब्दुल, अफजल, जाकिर और कासिम है जो कार्रवाई भी तो उन्हीं पर होगी ना।

साध्वी प्राची ने कहा कि ऐसे लोगों को फांसी की सजा होनी चाहिए। हिंदुओं के त्योहारों पर इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं। वहीं उन्होंने लाउडस्पीकर विवाद को लेकर कहा कि जो लोग लाउडस्पीकर के लिए पूरी ताकत से लगे हैं, वो सुप्रीम कोर्ट की भी बात नहीं मानेंगे। उनको बस अपमान करना है।

वहीं जहांगीरपुरी इलाके में 20 अप्रैल को अवैध निर्माण को लेकर एमसीडी की कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 21 अप्रैल को सुनवाई हुई। इस दौरान सर्वोच्च अदालत ने कहा कि MCD की कार्रवाई पर रोक की स्थिति बरकरार रहेगी। इस मामले की सुनवाई दो हफ्ते बाद की जाएगी। अदालत के आदेश के मुताबिक अब अगले दो हफ्ते तक जहांगीरपुरी में MCD अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती है।