कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कुल 40 नेताओं के नाम जिनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम भी शामिल है।

इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट को इस लिस्ट में जगह नहीं दी गई है। सचिन पायल और अशोक गहलोत लंबे समय से आमने-सामने हैं, दोनों नेता एक-दूसरे पर लंबे समय से हमलावर हैं। अशोक गहलोत कई बार सचिन पायलट पर पार्टी से गद्दारी करने का आरोप लगा चुके हैं।

बता दें कि कुछ ही दिनों पहले सचिन पायलट ने एकबार फिर से अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। पायलट हाल ही में गहलोत सरकार से पूर्व CM वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान कथित भ्रष्टाचार की जांच कराने के चुनावी वादे को पूरा करने की मांग को लेकर एक दिन के अनशन पर बैठे थे।

हालांकि इस एपिसोड से पहले पिछले साल हुए हिमाचल चुनाव में सचिन पायलट को पार्टी ने प्रचार में लगाया था, वहां कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की। अब कर्नाटक में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सचिन पायलट का नाम न शामिल करने से यह संकेत मिलता है कि हाईकमान ने उनके प्रति अपना रुख सख्त कर लिया है।

स्टार प्रचारकों में कौन-कौन शामिल?

कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में अन्य प्रमुख नामों में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश, बेंगलुरु ग्रामीण सांसद डीके सुरेश, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री शामिल हैं। इस लिस्ट में सुखविंदर सिंह सुक्खू और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का नाम भी शामिल है।

राजस्थान कांग्रेस इंचार्ज ने भी दिखाए सख्त तेवर

बुधवार को कांग्रेस पार्टी के राजस्थान इंचार्ज सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सख्त संदेश दिया कि कोई भी नेता पार्टी से बड़ा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पायलट को अपने मुद्दे पर एक दिन का उपवास करने के बजाय राजस्थान विधानसभा में बहस के दौरान पिछली बीजेपी सरकार द्वारा कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने वालों और इसके लिए समस्या पैदा करने वालों को ‘गंभीरता से’ देख रहे हैं।