SabarimalaTemple: सबरीमाला मंदिर  में महिलाओं के प्रवेश को लेकर विवाद जारी है। इसी विवाद के बीच  दर्शन करने पहुंची 10 महिलाओं को बैरन लौटा दिया गया है। मंदिर के आस-पास तनाव का माहौल है जिसके बाद पुलिस ने मोर्च संभाल लिया है। केरल सरकार का कहना है कि यह जगह क्रांति करने की नहीं है।

जिन सामाजिक कार्यकर्ताओं को लगता है कि बयानबाजी और  प्रवेश की पाबंदियों के खिलाफ बोलने पर उनहें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी तो ऐसा नहीं होने वाला है। सरकार ऐसे लोगों को सुरक्षा नहीं देगी। केरल सरकार  का कहना है कि जो महिलाएं मंदिर में प्रवेश करना चाहती है उन्हें ‘अदालती आदेश’ लेकर आना होगा। बता दें कि  वापस लौटाई गईं महिलाएं आंध्र प्रदेश से आईं थी।

वहीं शीर्ष अदालत ने इस धार्मिक मामले को बड़ी पीठ में भेजने का निर्णय किया था। बता दें कि शीर्ष अदालत ने पिछले साल रजस्वला उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी।

गौरतलब है कि पिछले साल 28 सितंबर, 2018 को उस पाबंदी को हटा लिया था जिसमें 10 से 50 साल तक की उम्र की महिलाओं के अयप्पा मंदिर में प्रवेश पर रोक थी और सदियों पुरानी इस धार्मिक परंपरा को अवैध और असंवैधानिक करार दिया था। इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 65 रिव्यू पिटीशन दायर किए गए थे।