India-China Relation:अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है और 27 अगस्त से अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात कही है। दोनों के बीच जारी तनाव के दौर में भारत और चीन की नजदीकियां बढ़ी हैं। इस बीच चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार को भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी अहम बैठक हुई, जिसमें सीमा पर तनाव में कमी से लेकर आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बात हुई।
बता दें कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी अपने दौरे में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से 24वें दौर की बॉर्डर से जुड़ी बातचीत करने वाले हैं। ऐसे में आज वांग यी के साथ बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार के लिए सीमा पर शांति बेहद आवश्यक है।
कठिन दौर से गुजरे हैं दोनों ही देश- एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष से कहा कि दोनों देश कठिन दौर से गुजरे हैं और उन्हें साफ एवं सहयोगात्मक नजरिए के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।
एस जयशंकर ने आगे कहा कि इसके लिए दोनों पक्षों की तरफ से एक साफ और रचनात्मक नजरिए की जरूरत है। इस कोशिश में हमें तीन परस्पर सिद्धांतों आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हित के साथ काम करना चाहिए। मतभेद विवाद प्रतिस्पर्धा और संघर्ष नहीं बदलने चाहिए।
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जयशंकर ने पश्चिमी हिमालय में विवादित सीमा पर अग्रिम चौकियों से दोनों देशों द्वारा सैनिकों को वापस बुलाने की जरूरत पर भी जोर दिया, जहां 2020 में हुई झड़प से तनाव हुआ है।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई प्राथमिकता
जयशंकर ने मीटिंग के दौरान कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों खिलाफ लड़ाई एक और प्राथमिकता है। कुल मिलाकर, उम्मीद है कि हमारी चर्चाएं भारत और चीन के बीच एक स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंध बनाने में योगदान देंगी, जो हमारे हितों की पूर्ति करेगा और हमारी चिंताओं का समाधान करेगा।
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