गुजरात के मोरबी के रहने वाले एक युवक को कथित तौर पर रूस के लिए युद्ध में भाग लेने के आरोप में यूक्रेन की कैद में रखा गया है। शख्स ने अपने परिवार को भेजे गए वीडियो मैसेज में भारतीय सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिहाई के लिए मदद की अपील की। इसके साथ ही 23 वर्षीय युवक ने पढ़ाई या काम के लिए रूस जा रहे भारतीय नागरिकों को धोखेबाजों से सावधान रहने की चेतावनी दी।

मोरबी के कालिका प्लॉट इलाके के निवासी साहिल मोहम्मद हुसैन माजोथी नाम के व्यक्ति ने उस समय सुर्खियां बटोरीं जब यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा अक्टूबर की शुरुआत में एक वीडियो क्लिप जारी की गई जिसमें उसे यूक्रेनी अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करते हुए देखा गया था। माजोथी 10 जनवरी, 2024 को स्टूडेंट वीजा पर रूस के सेंट पीटर्सबर्ग गया था ताकि आईटीएमओ विश्वविद्यालय से रूसी भाषा और संस्कृति की पढ़ाई कर सके। उस पर आरोप है कि वह एक पुलिस मामले में शामिल था जिसके लिए उसे जेल की सजा सुनाई गई और रूस के लिए लड़ने के लिए युद्ध के मैदान में जाने के लिए मजबूर किया गया, जहां उसे यूक्रेनी सेना ने पकड़ लिया।

यूक्रेन की कैद में फंसे युवक ने भारतीयों को किया आगाह

रविवार रात को परिवार को दो वीडियो मैसेज (एक अंग्रेजी में और दूसरा हिंदी में) मिले जिसे यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा भेजा गया बताया गया है। मैसेज में साहिल को कहते हुए देखा जा सकता है, “अभी मैं यूक्रेन में एक युद्ध अपराधी के रूप में फंसा हुआ हूं। अब मैं निराश हूं, मुझे नहीं पता भविष्य में क्या होगा लेकिन मैं अपने भारतीय नागरिकों को एक संदेश देना चाहता हूं। जो भारतीय उच्च शिक्षा या काम के लिए रूस आ रहे हैं, सावधान रहें क्योंकि यहां बहुत सारे धोखेबाज हैं। आप आपराधिक मामलों, नशीले पदार्थों के मामलों, अवैध मामलों में फंस सकते हैं इसलिए अपना ध्यान रखें। जहां तक संभव हो, इन सब से दूर रहें।”

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साहिल मोहम्मद ने अपील की, “मैं भारत सरकार से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से अपील करता हूं कि संभव हो तो कृपया मदद करें, बस इतना ही।” हालांकि वीडियो संदेशों में रिकॉर्डिंग की तारीखों का खुलासा नहीं किया गया है लेकिन उनमें से एक हाल का प्रतीत होता है क्योंकि साहिल को 4 और 5 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए सुना जा सकता है।

‘सरकार पुतिन से बात करे ताकि मुझे घर वापस लौटने में मदद मिल सके’

साहिल ने अंग्रेजी में रिकॉर्ड किए गए वीडियो में कहा, “अब मैं यूक्रेन की सैन्य जेल में हूं क्योंकि मैंने रूसी जेल में रहते हुए युद्ध अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। मैंने रूसी जेल से भागने के लिए ही अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। अब मुझे पता चला है कि पुतिन मेरी सरकार से मिलने भारत आ रहे हैं। मैं अपनी सरकार से यह भी कहना चाहता हूं कि वे व्लादिमीर पुतिन से बात करें ताकि मुझे घर वापस लौटने में मदद मिल सके। मैं घर वापस आना चाहता हूँ।”

वीडियो में युवक आगे कहता है, “मैं रूस के कुछ लोगों के संपर्क में आया और मुझे मादक पदार्थों के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया था, फिर भी मुझे सात साल जेल की सजा सुनाई गई। रूसी पुलिस द्वारा गुमराह किए जाने पर, मैंने जेल में रूस के लिए युद्ध लड़ने के अनुबंध पर हस्ताक्षर कर दिए जो मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती है।”

साहिल की मां ने सरकार से किया अनुरोध

वहीं, साहिल की मां हसीनाबेन शमसुद्दीनभाई माजोथी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया , “मुझे आज यूक्रेन के अधिकारियों से ये वीडियो मिले हैं। यूक्रेन सरकार भी साहिल को हमें सौंपना चाहती है और हमने अपनी सरकार से भी यही अनुरोध किया है। दो दिन पहले हम मदद के लिए दिल्ली गए थे और कई लोगों से मिले जिनमें कुछ राजनेता भी शामिल थे। हमने जयशंकर समेत कई लोगों को आवेदन दिए हैं।” इससे पहले, हसीनाबेन ने दिल्ली उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर कर अधिकारियों को अपने बेटे का पता लगाने और उसे वापस लाने के लिए कदम उठाने का निर्देश देने की मांग की थी। हसीनाबेन के अनुसार, साहिल को रूस में “हसीनाबेन से उसकी रिहाई के बदले पैसे वसूलने के इरादे से एक झूठे मामले में फंसाया गया था।”

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