रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को दो दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। इस बीच रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पुष्टि की है कि सुखोई Su-57 स्टील्थ फाइटर जेट और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम सहित प्रमुख रक्षा समझौतों पर चर्चा होने की उम्मीद है। दिमित्री पेसकोव ने कहा कि मुझे कोई शक नहीं है कि यात्रा के दौरान इस पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि Su-57 का मुद्दा निश्चित रूप से पुतिन की भारत यात्रा के एजेंडे में होगा।

हमें अपने संबंधों को सुरक्षित रखना होगा- दिमित्री पेसकोव

दिमित्री पेसकोव ने बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमें अपने संबंधों को सुरक्षित रखना होगा, हमें अपने व्यापार को सुरक्षित रखना होगा जिससे दोनों देशों को फायदा हो।” बता दें कि भारत अपने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के लिए 300 रूसी मिसाइलें खरीदने की योजना बना रहा है और पांच अतिरिक्त S-400 स्क्वाड्रन भी हासिल करना चाहता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत इन मिसाइलों की खरीद के लिए मॉस्को को रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) जारी करने की तैयारी कर रही है, जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तैनात किया गया था। उम्मीद है कि इस मामले पर 5 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक में चर्चा होगी। भारत और रूस ने पहली बार 2018 में S-400 सिस्टम के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। यह डील एडवांस्ड एयर डिफेंस प्लेटफॉर्म की पांच यूनिट के लिए 5 बिलियन डॉलर की थी। अब तक पांच में से तीन स्क्वाड्रन पहले ही डिलीवर किए जा चुके हैं।

लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की निंदा

सुरक्षा चिंताओं पर बात करते हुए दिमित्री पेसकोव ने भारत में लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की निंदा की और देश के प्रति एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हमारे देश ने आतंकवादियों के हाथों बहुत कुछ झेला है। हम आतंकवाद की वजह से लोगों को खोने का दर्द जानते हैं,” उन्होंने आतंकवाद विरोधी प्रयासों में भारत के प्रति रूस के समर्थन की पुष्टि की। दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस भारतीय निवेशकों के लिए अनुकूल परिस्थितियां देने के लिए तैयार है, भले ही वैश्विक प्रतिबंध व्यापार के लिए चुनौती पेश कर रहे हों। उन्होंने कहा, “सभी प्रतिबंधों के बावजूद भारतीय बाजार रूसी बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए हुए हैं।”

रूस ने भारत के बहुत मैत्रीपूर्ण रुख के लिए भी आभार व्यक्त किया, खासकर यूक्रेन संघर्ष के संबंध में। दिमित्री पेसकोव ने वैश्विक मुद्दों पर भारत के स्वतंत्र दृष्टिकोण और राष्ट्रपति पुतिन के साथ चल रहे संवाद की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “यह हमारे संबंधों की एक बहुत महत्वपूर्ण विशेषता है। हम आजकल भारत के बहुत मैत्रीपूर्ण रुख, हमारे देश के प्रति बहुत मैत्रीपूर्ण रुख के लिए बहुत आभारी हैं।”

दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध आपसी समझ, पार्टनरशिप और ग्लोबल मुद्दों पर एक जैसी सोच की पुरानी नींव पर बने हैं। उन्होंने कहा, “यह हमारे रिश्ते की एक बहुत ही महत्वपूर्ण खासियत है। हमें गर्व है कि हम अपने भारतीय दोस्तों के ऐतिहासिक विकास के दौरान उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं। हम आजकल भारत के बहुत ही दोस्ताना रुख, हमारे देश के प्रति बहुत ही दोस्ताना रुख के लिए भारत के बहुत आभारी हैं।

‘हम प्रधानमंत्री मोदी के रुख का सम्मान करते हैं’

दिमित्री पेस्कोव ने कहा, “हम यूक्रेन संघर्ष पर भारत के रुख की सराहना करते हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी के रुख का सम्मान करते हैं और उनके और राष्ट्रपति पुतिन के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान को महत्व देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और उनके भारतीय समकक्ष हमारी बात सुनने को तैयार हैं, जिससे आपसी समझ बनी रहती है। दुर्भाग्य से हमारा यूरोपीय लोगों के साथ ऐसा कोई डायलॉग नहीं है, अगर आप बातचीत नहीं करेंगे तो आप किसी की बात कैसे समझेंगे? भारत हमारी बात सुनता है, भारत हमें सुनता है, और हम सच में इसकी सराहना करते हैं। हम भारत से जितना खरीदते हैं, उससे कहीं ज़्यादा बेचते हैं। हम जानते हैं कि हमारे भारतीय दोस्त इस बारे में चिंतित हैं। वैसे, हम मिलकर भारत से रूस में इंपोर्ट बढ़ाने की संभावनाएँ तलाश रहे हैं। इसलिए हम भारत से और ज़्यादा खरीदना चाहते हैं।”