Right to Information (RTI): इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ता पीपी कपूर ने लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय में भूतपूर्व सांसदों को मिलने वाले पेंशन की जानकारी को लेकर आरटीआई लगाई थी। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, लोकसभा सचिवालय ने बताया कि 3849 पूर्व सांसदों व उनके परिवारों को पेंशन दी जा रही है। राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि 847 पूर्व सांसद को पेशन दी जा रही है। यानि कुल 4796 पूर्व सांसद को पेंशन दी जा रही है।
वित्त मंत्रालय के तहत आने पेंशन लेखा विभाग (पेंशन देने वाला) ने जानकारी दी कि लोकसभा के कुल 1470 पूर्व सांसदों को पेंशन दी जा रही है और राज्यसभा के सिर्फ 708 सांसदों को। यानि कुल 2178 पूर्व सांसदों को पेंशन दी जा रही है। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि 2618 का यह अंतर कहां से आ रहा है और ये कौन पूर्व सांसद हैं जो पेंशन उठा रहे हैं।
पेंशन लेने वालों में उद्योगपति से लेकर बड़े-बड़े फिल्म कलाकार तक शामिल हैं। इनमें रेखा, वैजंयती माला, राहुल बजाज, संजय डालमिया, कर्ण सिंह, मायावती जैसे नेता शामिल हैं। हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला, जो भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं, उनको सवा दो लाख महीने की पेंशन बतौर पूर्व विधायक होने के नाते से मिलती है। राज्यसभा का पूर्व सांसद होने के नाते भी हर महीने उनको 20 हजार रुपये पेंशन मिलते हैं।
आरटीआई के अनुसार, दक्षिण भारत के तमिलनाडु से डीएमके के पूर्व सांसद एस शरत कुमार ने स्वेच्छा से पेंशन लेने से इनकार कर दिया है। पेंशन को लेकर साढ़े 70 करोड़ रुपया भारत सरकार का एक साल में खर्च हो रहा है। पिछले एक साल में इस पर खर्च में साढ़े 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान इस पर करीब 58 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, यह राशि 18-19 में बढ़कर साढ़े 70 करोड़ रुपया हो गया। लोकसभा सचिवालय ने बताया कि उनके पास संख्या तो है कि कितने लोगों को पेंशन दी जा रही है लेकिन नामों की लिस्ट नहीं है।