आरएसएस के संगठन स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल की सांसद और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल पर वॉलमार्ट की फायदा पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। मोदी सरकार के शपथ ग्रहण से पहले यह सनसनीखेज आरोप काफी गंभीर हैं।
एसजेएम ने कहा है कि हरसिमरत ने फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में एफडीआई का रास्ता आसान करने के लिए वॉमार्ट को मदद पहुंचाई। एसजेएम नेता डॉ. अश्वनी महाजन ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा ‘चुनाव में जीत के बाद उन्हें पीएम मोदी की तरफ से बधाई संदेश नहीं मिले बल्कि वॉलमार्ट के सीईओ की तरफ से बधाई मिली। इस साफ है कि उनके वॉलमार्ट के साथ खास तरह के रिश्ते हैं। निश्चित तौर पर इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया ‘बादल सरकार ने सबसे पहले पंजाब में वॉलमार्ट के स्टोर को खोलने की अनुमति दी थी। इसके बाद जब हरसिमरत मोदी सरकार में मंत्री बनीं तो उन्होंने फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में वॉलमार्ट के लिए एफडीआई का रास्ता आसान किया। और ऐसा तब किया गया जब हमने केंद्र सरकार के समक्ष इसका विरोध भी दर्ज करवाया था। सरकार ने हमसे कहा था कि कोई भी बहुराष्ट्रीय कंपनी फूड प्रॉडक्ट की मार्केट में दिलचस्पी नहीं रखती। लेकिन पिछले दरवाजे से इसपर काम चल रहा था।’
उन्होंने कहा ‘2014 में मोदी सरकार बनी तो कहा गया गया था कि मल्टी ब्रांड रिटेल सेक्टर में एफडीआई को मंजूरी नहीं दी जाएगी लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इसमें जल्द ही एफडीआई को मंजूरी दे दी जाएगी। अगर ऐसा हुआ तो भारतीय बाजार में मौजूद छोटे और मध्य वर्ग के व्यापारियों के कामकाज पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।’
बता दें कि वॉलमार्ट भारत के फूट मार्केट में आने की तैयारी में है। ऐसे में आएसएस के आर्थिक मामलों पर नजर रखने वाले एसजेएम को यह बात नगावर गुजर रही है। अश्वनी महाजन ने इस मुद्दे पर ध्यान खींचने के लिए वॉलमार्ट सीईओ के ट्वीट पर पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को एक ट्वीट कर टैग किया है।