राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी जे नंदा कुमार ने लव जिहाद पर एक किताब लॉन्च किया और कहा प्यार तो पवित्र होता है। कुमार ने बुधावार को दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेला में ‘एक मुखौटा ऐसा भी’ का विमोचन किया था। इस किताब को लॉन्च करते वक्त कुमार ने कहा कि प्यार पवित्र होता है और इसे जरिया बनाकर समाज को बांटने का काम नहीं करना चाहिए। इस दौरान कुमार ने हादिया केस का भी जिक्र किया जिसमें केरल हाई कोर्ट ने पिछले साल एक मुस्लिम व्यक्ति और हिंदू लड़की की शादी को रद्द कर दिया था। इस हिंदू लड़की ने शादी के बाद अपने पति का धर्म अपना लिया था।
आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्या और संगठन के प्रजना प्रवाह संयोजक कुमार ने 86 पन्नों की किताब लॉन्च की, जिसकी टैगलाइन ‘लव जिहाद पर केंद्रीत कहानी संग्रह’ रखा गया है। इस टैगलाइन को भोपाल की समाजशास्त्र और शिक्षा की एक शिक्षक वंदना गांधी ने लिखा है। इस किताब में लव जिहाद पर 15 कहानियां लिखी गई हैं। इस किताब के विमोचन के दौरान कुमार ने कहा “हमारे पास ऐसी कोई राय नहीं है जिसे लेकर कहा जाए कि प्यार करना गलत है लेकिन प्यार उस समय गलत है अगर इसे जरिया बनाकर समाज को बांटा और देश को तोड़ा जाए।” कुमार ने दावा किया कि साल 2009 में जस्टिस केटी शंकरन ने पहली बार कहा था कि जिहाद चल रहा है।
कुमार के अनुसार कई डीजीपीयों ने भी सम्बंधित मंत्रियों को रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि इस प्रकार की साजिश चल रही है। यह चल रहा है लेकिन तथाकथित मीडिया इस मुद्दे को चर्चा के लिए नहीं उठाता। वे इसे छिपाते हैं और इसे राजनीतिक रूप देते हैं। हादिया केस पर बात करते हुए कुमार ने कहा कि हाल में उनकी मुलाकात एक वरिष्ठ अधिकारी से हुई थी जिसनें उन्हें केरल हाई कोर्ट का 2017 का जजमेंट दिखाया था, जिसमें दो व्यसकों की शादी को रद्द कर दिया गया था। कुमार ने सवाल किया कितने मीडिया संगठनों ने इस जजमेंट को चर्चा का विषय बनाया था। कुमार ने कहा “जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर कहा था कि हाई कोर्ट कौन होता है किसी की शादी को रद्द करने वाला तो इस पर मीडिया में चर्चा शुरु हुई।”