राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने शनिवार को कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा। शिवराज सिंह ने किसानों की स्तिथि को लेकर संसद में बयान दिया था। शिवराज सिंह चौहान के बयान पर कटाक्ष करते हुए मनोज झा ने कहा कि उनकी कथनी और हकीकत में बहुत अंतर है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मनोज झा ने अधिकारियों की भी आलोचना की। उन्होंने मुआवजे और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर आंसू गैस के इस्तेमाल का विरोध किया।

मनोज झा ने कसा तंज

मनोज झा ने कहा, “कल भी केंद्रीय कृषि मंत्री ने मेरे सवाल के जवाब में संसद में (किसानों के बारे में) बहुत अच्छी बातें कहीं। उनकी कथनी और हकीकत में बहुत अंतर है। कभी आंसू गैस, कभी लाठीचार्ज किया जाता है।” मनोज झा ने केंद्र सरकार से किसानों से बात करने और उनकी मांगें मानने का आग्रह किया।

शुक्रवार को कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने किसानों के कल्याण और इन दरों पर फसलों की खरीद सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। शिवराज चौहान ने कहा, “एमएसपी तब प्रदान किया जाता है जब फसलें एमएसपी से कम दरों पर बेची जाती हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसानों का कल्याण हमारी प्राथमिकता है। हमने एमएसपी बढ़ाने और एमएसपी दरों पर फसल खरीदने की दिशा में काम किया है।”

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शिवराज ने की मोदी सरकार की तारीफ

शिवराज चौहान ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले एक दशक में किसानों के लिए बजट आवंटन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार किसानों के कल्याण के लिए समर्पित है। पिछले 10 वर्षों में कृषि के लिए बजट में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि हुई है। मोदी सरकार दूरदर्शिता के साथ काम करती है, किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करती है।”

केंद्र सरकार से फसलों पर कानूनी गारंटी या एमएसपी की मांग करते हुए किसानों ने शुक्रवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू किया। उन्हें संभू सीमा पर पुलिस ने रोक दिया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। विरोध प्रदर्शन के दौरान कई किसान कथित तौर पर घायल हो गए।