सियालदह कोर्ट द्वारा आरजी कर रेप-हत्या कांड मामले में दोषी संजय रॉय को उम्र कैद की सजा मामले में पश्चिम बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सरकार ने मांग की है कि दोषी संजय रॉय को उम्रकैद की बजाय फांसी की सजा मिले। वहीं हाईकोर्ट के जस्टिस देवांग्शु बसाक की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने इस मामले को लेकर याचिका दायर करने की अनुमति दे दी है।
कोर्ट के फैसले से ममता नाखुश
सोमवार को सियालदह कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप और हत्या के आरोपी संजय रॉय को दोषी करार दिया था। कोर्ट ने संजय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जिसके तुरंत बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोर्ट के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की। ममता ने कहा कि वो ट्रायल कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए वो दोषी संजय रॉय के लिए मौत की सजा की मांग करेंगी।
मामले को लेकर ममता ने की थी फांसी की मांग
ममता ने कोर्ट के आर्डर के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मैं यह देखकर वास्तव में स्तब्ध हूं कि आज अदालत के फैसले से पता चलता है कि यह दुर्लभतम मामला नहीं है! मैं आश्वस्त हूं कि यह वास्तव में दुर्लभतम मामला है जिसके लिए फांसी की मांग की गई है। हम इस सबसे भयावह और संवेदनशील मामले में फांसी चाहते हैं और इस पर जोर देते हैं। मैं दृढ़ता से महसूस करती हूं कि यह एक जघन्य अपराध है जिसके लिए फांसी की आवश्यकता है। हम अब हाई कोर्ट में दोषी को फांसी की सजा की गुहार लगाएंगे।’
‘कोलकाता पुलिस ने दिया सबसे ज्यादा दर्द’, आरजी कर कांड में फैसले के बाद बोले पीड़िता के पिता
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल 9 अगस्त की रात में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली ट्रेनी डॉक्टर के साथ दोषी संजय रॉय ने रेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद कोलकाता समेत देश के सभी हिस्सों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। उस दौरान ही तृणमूल कांग्रेस ने भी संजय रॉय की फांसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।