जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी है। रिटायर्ड पुलिस अधिकारी एक मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे और इसी दौरान आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी। ये घटना बारामूला जिले के गेंटमूला इलाके की है। मृतक का नाम मोहम्मद शफी है। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और सर्च ऑपरेशन जारी है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा, “आतंकवादियों ने गेंटमूला (शीरी बारामूला) में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी पर मस्जिद में अज़ान पढ़ते समय गोली मार दी और वह घायल हो गए। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।”

जम्मू कश्मीर में बढ़ी आतंकी घटनाएं

जम्मू कश्मीर में पिछले कई दिनों से आतंकी घटनाएं बढ़ी है। 21 दिसंबर को राजौरी में आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर हमला कर दिया और इसमें पांच जवान शहीद हो गए। 23 दिसंबर को भी आतंकियों ने अखनूर में घुसपैठ की कोशिश की थी और सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक आतंकी को मार गिराया था।

चार आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। आतंकियों को देखते ही सुरक्षाबलों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी और एक आतंकी को मार गिराया था। सेना ने इसका फुटेज भी जारी किया था, जिसमें तीन आतंकी एक शव को घसीटते हुए इंटरनेशनल बॉर्डर के पार ले जाते दिख रहे थे।

बीएसएफ के एक अधिकारी ने इंटेलिजेंस के हवाले से 16 दिसंबर को बताया था कि करीब 300 आतंकवादी पाकिस्तान की सीमा से घुसपैठ की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी कारण सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं और सीमा पर कड़ा पहरा है। बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने बताया है कि वह सेना के साथ संवेदनशील इलाकों पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीरी सुरक्षाबलों के साथ जुड़ रहे हैं और इससे आतंकवादी परेशान हैं।

राजौरी में आतंकियों ने M4 कार्बाइन राइफलों का किया इस्तेमाल

राजौरी में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है। आतंकवादियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें उनके द्वारा अमेरिकन मेड M4 कार्बाइन राइफलों का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है। M4 कार्बाइन राइफल 1980 के दशक के दौरान अमेरिका में निर्मित एक हल्की और गैस-संचालित गन है। यह अमेरिकी सशस्त्र बलों का प्रमुख हथियार है और इसका इस्तेमाल 80 से अधिक देश करते हैं।