कृषि कानूनों के विरोध में छिड़े किसान आंदोलन पर पूरे देश की नजर है। जहां केंद्र सरकार तीनों कानूनों पर किसान नेताओं को मनाने के प्रयासों में जुटी है, वहीं कई नेता किसान प्रदर्शनों के कट्टरपंथी ताकतों से जुड़े होने का आरोप लगा रहे हैं। इस बीच रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी अपने शो- पूछता है भारत में सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों को भड़काने वाले कथित टुकड़े-टुकड़े गैंग पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के बहाने ऐसी ताकतें शाहीन बाग के प्रदर्शन को दोहराना चाहती हैं।

अर्नब ने कहा, “देश के अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आठ दिनों से सड़क पर हैं। सरकार और किसानों की बैठक में समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि देश को समस्या नहीं समाधान चाहिए। हमें तोड़फोड़ नहीं, किसानों का हित चाहिए। अब जहरीले भाषण नहीं, किसान की खुशहाली चाहिए, लेकिन देशवासियों ये अर्बन नक्सली लोग नहीं चाहते कि समाधान निकले। ये शाहीन बाग-2 चाहते हैं।”

अर्नब यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, “ये टुकड़े-टुकड़े गैंग आंदोलन के नाम पर आगजनी चाहते हैं। ये शर्जील के समर्थक देश में अशांति चाहते हैं। ये एमएसपी के नाम पर किसानों को लड़ाना चाहते हैं। ये लोग देश में दंगा करवाना चाहते हैं। पहले ये शाहीन बाग में फेल हो गए। इनकी दंगे वाली साजिश हाथरस में भी नाकाम हो गई। अब ये लोग किसानों को भड़काकर देश के खिलाफ बड़ी साजिश तैयार कर रहे हैं। ये चाहते हैं कि जिस तरह से शाहीन बाग को खींचा, उसी तरह 1-2 महीने इस आंदोलन को भी खींचा जाए।”

किसानों को न्याय दिलाने का वादा कर चुके हैं अर्नब: गौरतलब है कि अर्नब गोस्वामी ने अपने टीवी स्टूडियो से किसानों को न्याय दिलाने का वादा किया है। अर्नब ने हाल ही में शो के जरिए कहा था कि उनकी टीम किसी भी कीमत पर किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी। यह हमारा अपने अन्नदाताओं से वादा है। एक देश तभी खुशहाल हो सकता है जब निवाला खिलाने वाला अन्नदादा खुशहाल हो। किसानों को किसी का मोहताज न होना पड़े। रिपब्लिक भारत चाहता है कि किसानों के फसल की पूरी कीमत मिले। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा हूं लेकिन मैं किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि उन्हें भी बहुत चौकन्ना रहना होगा क्योंकि कुछ लोग उनके बीच अपनी सियासी रोटियां सेकना चाहते हैं।