आजादी के बाद पहली बार 26 जनवरी के दिन आज बुधवार को जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के प्रतिष्ठित लाल चौक पर घंटाघर के ऊपर देश का तिरंगा झंडा फहराया गया। स्वतंत्रता दिवस पर घंटाघर तिरंगे की रोशनी से जगमगा उठा। इस दौरान वहां पर सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए थे। आयोजन को शांतिपूर्ण तरीके से सुनिश्चित करने के लिए फुलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।

श्रीनगर के लाल चौक का देश में अत्यधिक ऐतिहासिक महत्व है। यहां भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने साल 1948 में पाकिस्तान को हराने के बाद भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। लाल चौक पर आज सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर जवानों का पहरा है। जगह-जगह लगाए गए नाकों से गहन पूछताछ और जांच के बाद ही लोगों और वाहनों को आगे जाने की अनुमति दी जा रही है। रात को ड्रोन की मदद से चौकसी रखी जा रही है।

उधर, श्रीनगर में खराब मौसम और कड़ाके की ठंड के बीच पुलिस व अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों ने बुधवार को 73वें गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार आर. भटनागर ने सोनावर इलाके में शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह की अध्यक्षता की। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट में हिस्सा लिया।

भटानगर ने कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों की सराहना की। उन्होंने कश्मीर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और विध्वंसक तत्वों का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बलों की भी प्रशंसा की। सलाहकार ने सूबे में शुरू की गई योजनाओं के लाभों को रेखांकित करते हुए प्रशासन के बुनियादी ढांचे के विकास की पहल पर भी प्रकाश डाला। परेड के बाद केन्द्र शासित प्रदेश की विविध कला और संस्कृति को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए प्रदर्शित किया गया।