Republic Day: गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकार ने बुधवार (25 जनवरी, 2023) को प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। इसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और ORS (Oral Rehydration Solution) के व्यापक इस्तेमाल में अहम भूमिका निभाने वाले पश्चिम बंगाल के डॉ. दिलीप महालनाबीस को (दोनों मरणोपरांत) पद्म विभूषण से नवाजा गया।
मुलायम सिंह यादव, डॉ. दिलीप महालनाबीस, एस एम कृष्णा, उस्ताद जाकिर हुसैन सहित छह लोगों को पद्म विभूषण से नवाजा गया है।
सात बार सांसद, 10 बार विधायक और तीन बार यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव तीन बार (1989, 1993 और 2003) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वह सात बार लोकसभा सांसद, 10 बार विधायक और संयुक्त मोर्चा गठबंधन सरकार में एक बार केंद्रीय रक्षा मंत्री भी रहे। साल 1967 में मुलायम सिंह ने राजनीति में प्रवेश किया। 27 साल की उम्र में मुलायम सिंह यादव जसवंत नगर से उत्तर प्रदेश के विधायक बने। उन्होंने 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की।
महालनाबिस 1971 के बांग्लादेश युद्ध के शरणार्थियों के शिविरों में सेवा करने के लिए अमेरिका से लौटे और दुनिया भर में ‘‘ओआरएस’’ घोल के उपयोग को बढ़ावा दिया जिससे पांच करोड़ से अधिक लोगों की जान बच सकी। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के महालनाबिस (87) को मरणोपरांत इस साल देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए चुना गया है।
राकेश झुनझुनवाला, रवीना टंडन को पद्मश्री
राकेश झुनझुनवाला (मरणोपरांत), RRR फिल्म के संगीतकार एमएम कीरावनी, अभिनेत्री रवीना रवि टंडन पद्मश्री के 91 पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं।
पद्म भूषण के लिए चुने गए 9 नाम
वहीं, एसएल भयरप्पा, कुमार मंगलम बिड़ला, दीपक धर, वाणी जयराम, स्वामी चिन्ना जीयर, सुमन कल्याणपुर, कपिल कपूर, सुधा मूर्ति और कमलेश डी पटेल के पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।
पद्म पुरस्कारों के लिए घोषित नामों में महाराष्ट्र से 12, कर्नाटक और गुजरात से आठ-आठ लोग शामिल
पद्म पुरस्कारों के लिए घोषित नामों में महाराष्ट्र से 12, कर्नाटक और गुजरात से आठ-आठ व्यक्ति शामिल हैं। अंडमान निकोबार के सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर रतन चंद्र कार, सामाजिक कार्यकर्ता हीराबाई लोबी, पूर्व सैनिक मुनीश्वर चंदर डावर को पद्मश्री के लिए चुना गया है।
रतन चंद्र कार निकोबार द्वीप समूह में जारवा जनजाति के साथ काम कर रहे हैं वहीं डावर मध्य प्रदेश में हाशिए पर के लोगों की सेवा में जुटे हैं। नगा सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे को पद्म श्री के लिए चुना गया है। उन्होंने जागरूकता शिविरों और कार्यक्रमों के जरिए स्वदेशी हेराका संस्कृति का संरक्षण और प्रचार किया एवं 10 प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना की और महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित किया।
सांप पकड़ने वाले मासी सदाइयां भी सम्मान पाने वालों में शामिल
पद्म श्री के लिए चुने गए लोगों में ‘कन्नूर के गांधी’ वीपी अप्पुकुट्टन पोडुवल के साथ ही सांप पकड़ने वाले मासी सदाइयां और गोपाल और सिक्किम के जैविक किसान तुला राम उप्रेती भी शामिल हैं।