इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में महिलाओं को प्रमुखता दिया जाएगा। राजधानी में मुख्य परेड और समारोह में भी महिलाओं पर ही पूरा फोकस रहेगा। रक्षा मंत्रालय में शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने 75वें गणतंत्र दिवस परेड समारोह और इससे जुड़े मुख्य आकर्षणों के बारे में कई नई बातें बताईं। उन्होंने बताया कि परेड समारोह की मुख्य थीम ‘महिला केंद्रित, विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र मात्रुका’ होंगी। परेड की कुल समय अवधि नब्बे मिनट की होगी। इसकी शुरुआत 26 जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे होगी। कर्तव्य पथ पर बैठने की कुल क्षमता 77 हजार की है। इसमें आमजन के बैठने के लिए करीब 42 हजार सीटें आरक्षित रखी गई हैं।
कर्तव्य पथ पर कदमताल करता नजर आएगा संयुक्त महिला दस्ता
पहली बार तीनों सशस्त्र सेनाओं का संयुक्त महिला दस्ता कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान कदमताल करता हुआ नजर आएगा। इसके अलावा परेड समारोह में फ्रांस का 95 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 33 सदस्यीय बैंड दस्ता भी शामिल होगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों इस बार गणतंत्र दिवस परेड समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।

फ्रांस का मालवाहक टैंकर विमान और राफेल विमान भी शामिल
फ्लाई पास्ट में भारतीय वायुसेना के विमानों के साथ फ्रांस का एक बहुउद्देशीय मालवाहक टैंकर विमान और दो राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल होंगे। इसके अलावा केंद्रीय अर्धसैन्यबलों के दस्ते में भी महिलाओं की अच्छी खासी तादाद नजर आएगी। मार्चिंग दस्तों में से ज्यादातर महिलाओं के होंगे और विभिन्न राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्रदर्शित की जाने वाली झांकियों में भी देश की आधी आबादी के अलावा भारत की सांस्कृतिक विरासत, एकता और विकास की स्पष्ट रूप से झलक देखने को मिलेगी।
पहली बार 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्य यंत्रों के साथ नजर आएंगी
उन्होंने बताया कि समारोह की थीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘भारत लोकतंत्र की जननी है’ के विचार से ली गई है। अरमाने ने बताया कि पहली बार 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्य यंत्रों के साथ नजर आएंगी। परेड की शुरुआत शंख, नादस्वरम और नगाड़े से होगी। उन्होंने कहा कि इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों परेड समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

परेड समारोह को देखने के लिए 13 हजार विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इसके पीछे उद्देश्य जन भागीदारी के जरिए आम लोगों को बड़ी तादाद में परेड समारोह का हिस्सा बनाना है। यह विशेष अतिथि केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से जुड़े हुए लाभार्थी हैं। रक्षा सचिव ने बताया कि परेड समारोह में कुल 25 झांकियां नजर आएंगी। इनमें 16 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की होंगी और नौ केंद्रीय मंत्रालयों व विभागों से जुड़ी हुई होंगी। राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
पहली बार ‘फ्लाई पास्ट’ का हिस्सा होंगी महिला लड़ाकू पायलट

गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कर्तव्य पथ पर वायुसेना की झांकी, परेड दस्ता और फ्लाई पास्ट पूरी तरह से देश की आधी आबादी यानी नारी शक्ति और आत्मनिर्भर भारत की थीम पर केंद्रित नजर आएगा। फ्लाई पास्ट में शामिल होने वाले वायुसेना के कुल 51 विमानों (29 लड़ाकू विमान, आठ मालवाहक विमान, 13 हेलिकाप्टर, एक प्राचीन विमान, थलसेना के चार और नौसेना का एक विमान) के दस्ते में 15 महिला पायलट भी शामिल होंगी। इनमें छह लड़ाकू विमान पायलट हैं।
यह पहला ऐसा मौका होगा जब एक साथ वायुसेना की छह महिला लड़ाकू विमान पायलट फ्लाई पास्ट का हिस्सा बनेंगी। फ्लाइट लेफ्टिनेंट अनन्या शर्मा और फ्लाइंग आफिसर अस्मा शेख, झांकी में मौजूद रहेंगी। दोनों ही वायुसेना की सुखोई-30 लड़ाकू विमान पायलट हैं।
वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी की अगुआई स्क्वाड्रन लीडर ठाकुर करेंगी। उनके साथ स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव, स्क्वाड्रन लीडर प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल भी मौजूद रहेंगी। स्क्वाड्रन लीडर ठाकुर फाइटर कंट्रोलर हैं। बल की मार्चिंग टुकड़ी के अलावा अग्निवीर वायु (महिला) की त्रि-सेवा टुकड़ी भी परेड में भाग लेगी। इस महिला दल का हिस्सा 48 अग्निवीर वायु महिलाएं होंगी। फ्लाइट लेफ्टिनेंट सृष्टि वर्मा त्रि-सेवा टुकड़ी की अतिरिक्त अधिकारी के रूप में मार्च करेंगी। स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव ने पिछले साल फ्रांस में आयोजित किए गए बेस्टिल दिवस परेड समारोह में भी भाग लिया था।