73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर कई राज्यों की झांकियां देखने को मिली। वहीं भारतीय वायुसेना की तरफ से कई फॉरमेशन तैयार किये गए। जिसमें आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़ा अमृत फॉरमेशन भी(75 संख्या के आकार में) दिखाई दिया। बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड कई ऐसी चीजें भी सामने आईं जो पहली बार हुई हैं।
पहली महिला राफेल फाइटर जेट बनीं झांकी का हिस्सा: दरअसल परेड की तैयारियों से लेकर पहली महिला राफेल फाइटर जेट पायलट तक कई नई चीजें देखने को मिली। बता दें कि शिवांगी सिंह देश की पहली महिला राफेल फाइटर जेट पायलट हैं जो बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनी। शिवांगी IAF की झांकी का हिस्सा बनने वाली अबतक की दूसरी महिला फाइटर जेट पायलट हैं।
परेड में शिवांगी भारतीय वायु सेना की झांकी का हिस्सा थीं। वहीं पिछले साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ भारतीय एयरफोर्स की झांकी का हिस्सा बनी थीं। बता दें कि शिवांगी सिंह वाराणसी से हैं। उन्होंने 2017 में एयरफोर्स ज्वाइन किया था। वह राफेल उड़ाने से पहले मिग-21 बाइसन विमान की पायलट थीं। शिवांगी पंजाब के अंबाला में स्थित IAF के गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं।
इसके अलावा गणतंत्र दिवस पर पहली बार परेड का समय आगे बढ़ाया गया। गौरतलब है कि पहले सुबह 10 बजे से गणतंत्र दिवस की परेड शुरू होती थी लेकिन घने कोहरे की वजह से इस बार इसका समय सुबह 10.30 कर दिया गया। पहली ही बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर भारत के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इस गणतंत्र दिवस पर खास-
- सेना की तीनों टुकड़ियां नई वर्दी और टैवर राइफलों में दिखे
- 21 तोपों की सलामी के साथ तिरंगा फहराने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा के नेतृत्व में परेड शुरू हुई
- 75 विमानों के साथ भव्य फ्लाईपास्ट किया गया
- आजादी के 75 साल पूरे होने पर 17 जगुआर लड़ाकू विमानों ने ‘अमृत’ फॉर्मेशन में उड़ान भरी
- परेड का समय बदला गया, सुबह 10 की जगह 10.30 किया गया
- राजपथ का भी नजारा बदला हुआ था। सेंट्रल विस्टा री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत राजपथ को भी नया रूप दिया गया
राजपथ पर नया क्या: बता दें कि इस बार राजपथ और उसके आसपास कई अहम बदलाव देखने को मिले। जिसमें लाल रेत की जगह कई नये फुटपाथ जोड़े गए। जिसकी वजह से 12 से 15 किलोमीटर का लंबा मार्ग और तैयार हो गया है। राजपथ के किनारे बहने वाली नहर पर 16 नये पुल बनाए गये हैं। इसके अलावा लाल ग्रेनाइट पत्थर की 422 बेंच लगाई गई है। जिससे अधिक लोगों को बैठने में सुविधा मिले।
वहीं 900 से अधिक लाईट पोस्ट लगाई गई हैं। राजपथ आने वालों को परेशानी ना हो इसके लिए चार नये अंडरपास निर्मित किये गये हैं। पार्किंग के लिए जगह बढ़ाई गई है। मौजूदा हालत में 50 बसें और 1000 कारें पार्क की जा सकती हैं।