देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी अकसर अपने सोशल वर्क के लिए चर्चा में रहती हैं। देश के सबसे अमीर लोगों में से एक होने पर उन्हें कैसा लगता है और वह अमीर होने के क्या मायने समझती हैं? इस सवाल के जवाब में नीता अंबानी का कहना है कि जिंदगी सिर्फ दौलत कमाने के लिए ही नहीं है। यह भी जरूरी है कि हम क्या यादें छोड़कर जाते हैं। शादी के बाद कई सालों तक सिर्फ 800 रुपये की सैलरी में एक स्कूल में टीचर के तौर पर काम करने को लेकर नीता अंबानी ने कहा कि यह मेरा पैशन रहा है और मैंने इसे एंजॉय किया है। नीता अंबानी ने कहा कि मुकेश अंबानी ने भी मुझे इसके लिए प्रेरित किया।
वरिष्ठ पत्रकार करण थापर को दिए एक इंटरव्यू में नीता अंबानी ने टीचिंग के दिनों का एक दिलचस्प वाकया भी शेयर किया था। नीता अंबानी ने कहा कि एक दिन स्कूल के एक स्टूडेंट के पिता ने उन्हें 1987 में होने वाले रिलायंस क्रिकेट वर्ल्ड कप की दो टिकट ऑफर की थीं, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया था। दरअसल उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि वह अंबानी परिवार की बहू हैं।
नीता अंबानी ने कहा कि फिर मैच के दौरान जब वह शख्स मैच देखने पहुंचा तो उसने मुझे प्रेसिडेंशियल बॉक्स में देखा तो हैरान रह गया। इसी दौरान एक व्यक्ति ने मेरा परिचय दिया कि मैं नीता अंबानी हूं और मुकेश अंबानी मेरे पति हैं। नीता अंबानी और मुकेश अंबानी कारोबारी जगत में अपने फैसलों के साथ ही लाइफस्टाइल और शानदार बॉन्डिंग के लिए भी चर्चित हैं।
एक अन्य इंटरव्यू में नीता अंबानी ने पति से अपनी बॉन्डिंग को लेकर कहा था कि वह जब जामनगर में हाउसिंग सोसायटी का काम देख रही थीं तो अकसर देरी से लौटती थीं। इस दौरान मुकेश अंबानी बच्चों की केयर करते थे और उन्हें होमवर्क कराते थे। यही नहीं इंतजार करते थे कि मेरे आने के बाद ही डिनर करेंगे। नीता अंबानी के मुताबिक मुकेश अंबानी चाहे जितनी देरी से घर आएं, वह आज भी उनका इंतजार करती हैं और पूरी कोशिश रहती है कि साथ ही डिनर किया जाए।
