दवा कंपनी डा. रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को रूस द्वारा निर्मित स्पूतनिक-वी कोरोनावायरस वैक्सीन के दामों का खुलासा किया। रूस से आयातित स्पूतनिक-वी टीके की वर्तमान में कीमत 948 रुपये प्रति टीका रखी गई है। 5 फीसदी तक जीएसटी के जुड़ने के बाद इसकी कीमत 995.40 रुपए तक पहुंच जाएगी। हालांकि, कंपनी का कहना है कि स्थानीय विनिर्माताओं से इसकी आपूर्ति शुरू होने पर इसका दाम कम होने की भी संभावना है।

हैदराबाद में दी गई स्पूतनिक-वी की पहली डोज: कंपनी ने कहा की सीमित शुरुआत के तौर पर स्पूतनिक-वी का पहला टीका हैदराबाद में लगाया गया। कंपनी ने कहा कि रूस के टीके स्पूतनिक-वी की पहली खेप एक मई को भारत पहुंची। इस टीके को केन्द्रीय दवा प्रयोगशाला, कसौली से 13 मई 2021 को मंजूरी मिली। इस दवा की और खेप आने वाले महीनों में भारत पहुंचने वाली है। उसके बाद भारतीय विनिर्माता भागीदारों से भी इसकी आपूर्ति शुरू हो जायेगी।

बता दें कि डॉ रेड्डीज लैब और रूस के रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) ने सितंबर 2020 में स्पूतनिक-वी के चिकित्सकीय परीक्षणों के लिए एक समझौता किया था। फिलहाल कंपनी के पास भारत में इस वैक्सीन की 12.5 करोड़ खुराकों के वितरण का अधिकार है। हालांकि, एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि इस साल के अंत तक देश में स्पूतनिक-वी वैक्सीन की 15.6 करोड़ खुराक उपलब्ध होंगी।

92 फीसदी तक असरदार है स्पूतनिक वी, ज्यादा ठंडे तापमान की भी जरूरत नहीं: रूस के गमालेया राष्ट्रीय महामारी विज्ञान एवं सूक्ष्मजीव अनुसंधान संस्थान द्वारा तैयार किए गए कोविड-19 के ‘स्पूतनिक-वी’ को टेस्ट्स में 92 फीसदी तक प्रभावी पाया गया। रूस में हो रहे सबसे ज्यादा रेंडमाइज्ड प्लेसिबो नियंत्रित तीसरे चरण के ट्रायल से प्राप्त प्रथम अंतरिम आंकड़ों के आधार पर यह पुष्टि की गई थी।

ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रा जेनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सि की तरह ही इस वैक्सीन के भी दो डोज़ ज़रूरी हैं। लेकिन कोविशील्ड और कोवैक्सीन की तुलना में इसकी दो डोज का अंतराल महज 21 दिनों का है। खास बात यह है कि वैक्सीन के स्टोरेज को पाउडर के तौर पर 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रखा जा सकता है। लेकिन तरल रूप में इसे स्टोर करने के लिए माइनस 18 डिग्री तापमान की जरूरत होगी।