दिल्ली में कार विस्फोट में नौ लोगों की मौत के एक दिन बाद सामने आया है कि ब्लास्ट में फरीदाबाद के डॉक्टर का हाथ हो सकता है। जम्मू-कश्मीर के शीर्ष पुलिस सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि विस्फोट उसी अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय मॉड्यूल द्वारा किया गया प्रतीत होता है, जिसका पुलिस ने एक दिन पहले फरीदाबाद में भंडाफोड़ किया था।
विस्फोट से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दो डॉक्टरों को आतंकवादी समूहों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवतुल हिंद (AGH) से कथित संबंधों के लिए गिरफ्तार किया था। सबसे पहले पुलवामा के डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद काज़ीगुंड के डॉ आदिल मजीद राठेर को भी गिरफ्तार किया गया। गनई फरीदाबाद के अल फलाह अस्पताल में कार्यरत था और पुलिस ने बताया था कि उसने फरीदाबाद के धौज गांव में गनई के किराए के घर से 358 किलोग्राम विस्फोटक ज़ब्त किया था, जिसके अमोनियम नाइट्रेट होने का संदेह है।
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Delhi Blast: डॉक्टर उमर नबी ही संभावित हमलावर
पुलिस सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनका मानना है कि गनई की गिरफ्तारी के बाद लापता हुआ तीसरा डॉक्टर उमर नबी ही संभावित हमलावर है और सीसीटीवी फुटेज में हुंडई i20 में नजर आ रहा व्यक्ति है। पुलवामा के कोइल गांव के निवासी उमर नबी अल फलाह विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में भी कार्यरत था। बताया जा रहा है कि डॉ मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं।
सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार रात से पुलवामा के अलग-अलग गांवों से कम से कम 5 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें पुलवामा के संबूरा गांव निवासी आमिर राशिद भी शामिल है जो कथित तौर पर कार का वर्तमान मालिक है। सूत्रों ने बताया कि उसके भाई को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, साथ ही इलाके के तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ‘जैश मॉड्यूल’ में कम से कम चार डॉक्टर शामिल थे – गनई, राथर, उमर और लखनऊ की एक महिला , जिसे भी मामले के संबंध में पूछताछ के लिए उठाया गया है। श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में जैश के पोस्टर दिखने की पुलिस जांच के दौरान कथित मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ।
