भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दार ने बुधवार को मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा कर दी है। आरबीआई ने इस दौरान ब्याज दरों में कोई बदलावा नहीं किया है। पहले की तरह ही यह ब्याज दर लागू रहेगी। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर को 4.00 प्रतिशत पर ही स्थिर रखा है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ‘ऑमिक्रॉन’ के तनाव से इस बार रेपो अपरिवर्तित रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर स्थित रहेगी। जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 4.25 फीसदी रहेगा।
आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी का ऐलान करते हुए कहा कि इकॉनोमी में रिकवरी हो रही है। कोरोना की दूसरी लहर से रुकी रिकवरी में अब बढ़त मिल रही है। उन्होने कहा कि एमपीसी के 6 में से 5 सदस्यों का मत एक था जिसके आधार पर आज नीतिगत दरों में कोई बदलाव न करने का फैसला लिया गया है। बता दें कि आरबीआई ने ब्याज दरों में नौवीं बार कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था।
लोन व ईमआई में नहीं कोई परिर्वतन
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5.3 फीसद महंगाई दर रहने का अनुमान
शक्तिकांत दास ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर VAT और एक्साइज ड्यूटी कटौती से महंगाई दर पर असर पड़ा है। ईंधन में एक्साइज कटौती से मांग बढ़ी है, यह केवल शहरों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाको में भी इसकी मांग बढ़ी है। इसी को लेकर आरबीआई ने FY22 के लिए खुदरा महंगाई दर का अनुमान 5.3 फीसदी रहने का लगाया है।
FY22 में GDP ग्रोथ 9.5% रहेगी
RBI गवर्नर ने वित्त वर्ष 2022 में जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि यह 9.5 फीसदी पर बनी रहेगी। आरबीआई ने अक्टूबर-दिसंबर 2021 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.8 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी और जनवरी-मार्च 2022 के लिए 6.1 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी है। . वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 17.3 फीसदी और दूसरी तिमाही में 7.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।