कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लेकर किए गए वादे को पूरा नहीं करने से कश्मीरी पंडित नाराज हैं। मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इन पंडितों के लिए आर्थिक मदद और नौकरियों में आरक्षण का आदेश भी दिया था, लेकिन दो साल से ज्यादा का समय गुजरने के बाद भी अभी तक ज़मीन पर कुछ नहीं हुआ। इसी मामले क लेकर पत्रकार रवीश कुमार ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स उनपर भड़क उठे।
दरअसल, रवीश कुमार ने एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा है, ”घाटी के कश्मीरी पंडितों के पास दवा ख़रीदने के पैसे नहीं हैं ! इस ख़बर के मुताबिक़ जो कश्मीरी पंडित तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए घाटी में ही टिके रहे उनकी हालत ख़राब है। ऐसे कश्मीरी पंडितों के लिए संघर्ष करने वाले संगठन कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति के अध्यक्ष तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि धारा 370 के हटाने के बाद घाटी में जो तालांबदी हुई उससे उनके लोग बेरोजगार हो गए।
रवीश ने आगे लिखा है, उनके पास दवा ख़रीदने के पैसे नहीं है। अदालत ने कोई बार आदेश दिए हैं कि घाटी में रहने वाले कश्मीरी पंडितों को नौकरी दे मगर सरकार सुन नहीं रही है। 808 सदस्यों में पाँच सौ बेरोज़गार हैं। News 18 की इस ख़बर के अनुसार प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और उप राज्यपाल को सैंकड़ो पत्र लिखने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। संजय टिक्कू का कहना है कि बीजेपी उन्हें भूल गई है। अगर सिर्फ़ पाँच सौ के रोज़गार की बात है तो सरकार को यह काम एक दिन में कर देना चाहिए।”
उनकी इस पोस्ट को लेकर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल कर दिया। किशन भदौरिया नाम के एक यूजर ने लिखा है, जब उन से घर मकान दुकान रुपए पैसे छीने जा रहे थे तब तुम्हारी जुबान पर ताला लग गया था। जय प्रकाश भट्ट ने लिखा है, आज पहली बार कश्मीरी पंडितों पर लिखा। लेकिन जब पूरा पढा तो पता चला कि आपकी पीडा़ कश्मीरी पंडित नहीं धारा 370 है। शब्दश: धिक्कार।
वहीं कुछ यूजर्स ने उनकी तरीफ भी कि है। हैदर रिजवी नाम के यूजर ने तंज कसते हुए लिखा है, किसी को कोई दिक्कत नही है…. पूरे देश के हर घर में सरप्लस अनाज एवं धन भरा पड़ा है। ये कश्मीरी पंडित मोदी जी को बदनाम करने के लिये ऐसा कर रहे होंगे।