Old Rajendra Nagar Incident: देश की राजधानी नई दिल्ली स्थित ओल्ड राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर (RAU IAS) के बेसमेंट में शनिवार शाम पानी भर जाने की वजह से तीन स्टूडेंट्स की मौत की पुष्टि हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तीनों छात्रों के शव बरामद कर लिए गए हैं। अपने साथियों की मौत से नाराज छात्र ओल्ड राजेंद्र नगर में धरने पर बैठ गए हैं और दिल्ली सरकार, एमसीडी और कोचिंग सेंटर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक इस हादसे पर कोचिंग सेंटर की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे पर जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस में डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने बताया कि इस मामले में क्रिमिनल केस दर्ज कर लिया है। फॉरेंसिक टीम मामले की जांच कर रही है? उन्होंने कहा कि हम इस घटना में एक मजबूत केस बनाएंगे, हम सच्चाई का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।
क्या कह रहे छात्र?
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में एक स्टूडेंट ने दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश पर कहा कि कोई भी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है।हम चाहते हैं कि सरकार के लोग यहां आए और छात्रों की मौत की जिम्मेदारी लें। वे अपने एसी कमरों से ट्वीट करके या पत्र लिखकर किसी का भविष्य कैसे सुधार रहे हैं? एक अन्य छात्र ने बताया कि ओल्ड राजेंद्र नगर में 80% लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं। यहां दस मिनट की बारिश में भी पानी भर जाता है। एमसीडी ने इसपर कोई एक्शन नहीं लिया है।
राजेंद्र नगर में प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा, “एमसीडी इसे दुर्घटना बता रहा है लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। आपदा कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने बताया कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से कह रहे थे कि नाले की सफाई होनी चाहिए… पहली मांग यह है कि दोषियों पर एक्शन होना चाहिए। तत्काल मांग यह है कि घायलों और मौतों की वास्तविक संख्या बताई जाए… आपदा प्रबंधन के लोगों ने मुझे बताया कि 8-10 लोग मारे गए हैं।”
UPSC की तैयारी कर रहे एक अन्य छात्र ने कहा कि हमारी मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए। यहां बेसमेंट में खोली गई ये सारी चीजें अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं और इनमें सुरक्षा के कोई उपाय नहीं हैं। इसलिए इन सब चीजों को बंद किया जाना चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए।
