भारत के मशहूर बिजनेसमैन रतन टाटा का बुधवार रात निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे। उनके पार्थिव शव को दक्षिण मुंबई स्थित राष्ट्रीय कला प्रदर्शन केंद्र (एनसीपीए) में अंतिम दर्शन के लिए गुरुवार सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3.55 बजे तक रखा गया, जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। कई दिग्गज नेता और हस्तियां उनके अंतिम दर्शन के लिए वहां पहुंची। इस सबके बीच रतन टाटा का कुत्ता गोवा भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचा।
उद्योगपति रतन टाटा को कुत्तों से बहुत प्रेम था। टाटा के सभी परिसरों में आवारा कुत्तों के भी आने-जाने पर कोई रोक-टोक नहीं थी। रतन टाटा के निधन के बाद उनके प्रिय कुत्ते ‘गोवा’ ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने मालिक के अंतिम दर्शन करने पहुंचा उनका पालतू कुत्ता गोवा वहीं काफी देर तक बैठा रहा और रतन टाटा को निहारता रहा। GOA रतन टाटा के शव के पास से हिलने का नाम नहीं ले रहा था।
क्या है ‘गोवा’ नाम के पीछे कहानी
गोवा रतन टाटा के साथ मुंबई स्थित बॉम्बे हाउस में ही रहता था और उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। रतन टाटा जब एक बार गोवा गए थे, उस समय यह कुत्ता उनके पीछे आ गया था, तब रतन टाटा ने उसको अपने साथ ले कर मुंबई आ गए और इस डॉग का नाम गोवा रख दिया। ‘गोवा’ मुंबई के बॉम्बे हाउस में बाकी डॉग्स के साथ रहता है।
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कुत्ते की देखभाल करने वाले केयरटेकर ने बताया, “यह कुत्ता पिछले 11 सालों से हमारे साथ है। जब हम वहां पिकनिक मनाने गए थे तो सुरक्षा गार्ड इस कुत्ते को गोवा से ले आए थे। रतन टाटा उससे बहुत प्यार करते थे। चूंकि, उसे गोवा से लाया गया था इसलिए कुत्ते का नाम गोवा है।”
‘GOA’ के चलते रत्न टाटा नहीं गए थे अवॉर्ड लेने
इंडियन बिजनेसमैन और एक्टर सुहेल सेठ ने एक बार बताया था कि साल 2018 में यूके के किंग प्रिंस चार्ल्स (चार्ल्स III) ने रतन टाटा को उनके परोपकार से जुड़े कामों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था। ये कार्यक्रम फरवरी में बकिंघम पैलेस में होना था। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रतन टाटा ने सहमति भी दे दी थी, लेकिन आखिरी समय में उनके पालतू डॉग की तबीयत खराब हो गई थी और उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने से मना कर दिया।