Punjab Crime: पंजाब के लुधियाना से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां फिरोजपुर रोड पर स्थित पुलिस कमिश्नर (सीपी) आफिस से मात्र 50 मीटर की दूरी पर धरने पर बैठी दुष्कर्म पीड़िता किशोरी और उसकी मां पर कुछ महिलाओं ने ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। इसके बाद दोनों को सड़क के बीच घसीट कर जमकर पीटा। इस दौरान पुलिस बीच-बचाव करने के बजाय देखती रही। जिसके चलते वहां वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। कुछ लोगों ने हमला करने वाली महिलाओं को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया, जबकि कुछ लोग वीडियो बनाते रहे। थाना डिवीजन पांच की पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण लुधियाना की रिपोर्ट के अनुसार, समाजसेवी सोनू ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता 13 वर्षीय किशोरी का परिवार न्याय के लिए भटक रहा है। आरोप है कि आरोपितों को बचाने में एक राजनीतिक पार्टी के वरिष्ठ नेता उनकी मदद कर रहे हैं। उधर, किशोरी और उसकी मां का कहना कि वह सीपी आफिस के बाहर इंसाफ के लिए धरना दे रही हैं। शाम को अचानक कुछ महिलाओं ने आकर मारपीट करनी शुरू कर दी। उन्हें नहीं पता कि हमला करने वाली महिलाएं कौन हैं? लेकिन वह अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ती रहेंगी। राहगीरों द्वारा बनाए गए वीडियो से पता चला कि सीपी ऑफिस के बाहर सड़क पर दुष्कर्म पीड़िता किशोरी और उसकी मां पर आरोपित महिलाओं ने करीब 15 मिनट तक ईंट-पत्थर फेंके। इसके बाद मारपीट की। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि आरोपित महिलाओं ने पहले पीड़िता के परिवार पर पत्थर फेंके।

इसके बाद उसकी मां को एक महिला ने घसीट कर पीटना शुरू कर दिया। फिर उसने धक्का दे दिया। जब मीडिया और राहगीर वीडियो बनाने लगे तो हमला करने वाली महिलाएं वहां से भागने लगीं। ट्रैफिक जाम होने की वजह से वह भी फंस गईं और लोगों ने उन्हें पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया।

पूरा मामला क्या?

किशोरी के साथ नवंबर, 2023 में दुष्कर्म हुआ था। इस मामले में मार्च, 2024 में दो लोगो के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। अप्रैल में किशोरी का गर्भपात करवाया गया था। पीड़िता की मां का आरोप है कि कि उसकी बेटी के साथ चार लोगों ने दुष्कर्म किया था, पुलिस ने दो को छोड़ दिया है। उक्त मामले में बाकी के दो आरोपितों पर कार्रवाई करवाने के लिए वह बेटी के साथ पिछले तीन दिन से सीपी आफिस के बाहर धरने पर बैठी हैं।