संसद के अंदर बसपा सांसद दानिश अली पर सांप्रदायिक टिप्पणी करने के बाद हुए विवाद पर पहली बार भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने बात की है। भाजपा सांसद ने कहा कि स्पीकर ओम बिरला इस पर गौर करेंगे और इस मामले पर आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इससे पहले बसपा सांसद दानिश अली ने कहा था कि उस दिन हुए मामले के बाद वह रात भर सो नहीं पाए थे और अगर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह संसद छोड़ देंगे और उन्होंने भाजपा शासित केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया। 

भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने मामले के बाद से अब तक एक बार भी इस बारे में बात नहीं की है। वह सोशल मीडिया पर लगातार सरकार की योजनाओं से जुड़े पोस्ट साझा कर रहे हैं लेकिन उनके राजनीतिक बयान से उठे बवाल पर वह एकदम खामोश हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक रमेश बिधूड़ी ने कहा है कि स्पीकर इस पर गौर करेंगे।

क्या बोले दानिश अली? 

बसपा सांसद ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के उन आरोपों पर भी बात की है जिनमें भाजपा सांसद ने कहा कि उस दिन संसद में बसपा सांसद दानिश अली ने बेहद खराब व्यवहार किया था और स्पीकर को इसकी जांच करनी चाहिए। 

निशिकांत दुबे ने कहा,”तथ्य यह है कि श्री रमेश बिधूड़ी के पूरे भाषण के दौरान श्री दानिश अली ने ‘रनिंग कमेंट्री’ की और श्री बिधूड़ी के लिए मुश्किल खड़ी की और उन्हें ‘अपना धैर्य खोने’ के लिए उकसाया।”

निशिकांत दुबे ने स्पीकर को लिखा पत्र

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर गुरुवार को लोकसभा में बसपा सांसद कुंवर दानिश अली और भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के बीच जो कुछ हुआ, उसकी ‘पल-पल’ जानकारी दी। उन्होंने दानिश अली पर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कुछ ‘अक्षम्य’ शब्द कहकर बिधूड़ी को उकसाने का आरोप लगाया. अपने पत्र में दुबे ने यह स्पष्ट किया कि बिधूड़ी ने दानिश अली से जो कहा, उसका वह समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन उन्होंने उन बातों की पृष्ठभूमि बताई है जिसके कारण उन्होंने ऐसा कहा।