इनमें से राम बाबू की अलग वजह से अनूठी है। जनसंख्या की दृष्टि से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को राम बाबू ने 35 किलोमीटर पैदल चाल (रेस-वाक) में स्वर्ण पदक दिलाया। इस खेल में उन्होंने नया कीर्तिमान बनाया। राम बाबू ने पैदल चाल को दो घंटे 36 मिनट और 34 सेकेंड में पूरा किया। यह नया कीर्तिमान है।
इस श्रेणी में पिछला कीर्तिमान हरियाणा के जुनैद खान के नाम दर्ज था, जिन्होंने दो घंटे 40 मिनट और 16 सेकेंड में 25 किलोमीटर की दूरी तय की थी।राम बाबू की इस उपलब्धि पर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। ताजा मुकाम तक पहुंचने में राम बाबू को काफी संघर्ष करना पड़ा। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते कोविड काल की पूर्णबंदी के दौरान रामबाबू ने मनरेगा में मजदूरी की। रेस्तरां और कूरिअर कंपनी में भी काम किया।
सोनभद्र के बहुआरा गांव में रहने वाले 23 साल के रामबाबू ने 2012 में ओलंपिक खेलों को देखकर खिलाड़ी बनने का मन बना लिया। गांव में सुविधाएं नहीं थी। शुरुआती दौर में हाकी के एक कोच ने उनका मार्गदर्शन किया। इसके लिए वे वाराणसी पहुंचे। वहां तैयारी करने के दौरान रामबाबू ने एक होटल में वेटर का काम किया। तैयारी में बाधा आने पर यह काम छोड़ दिया। फिर कूरिअर कंपनी में बैग सिलने का काम किया। काफी समय तक उस कंपनी में काम करने के साथ ही रामबाबू ने तैयारी जारी रखा।
कोरोना काल के समय पूर्णबंदी के कारण राम बाबू को गांव लौटना पड़ा। वहां राम बाबू को अपने पिता के साथ मनरेगा में मजदूरी करनी पड़ी। मनरेगा मजदूरी करते समय राम बाबू ने अपने एक वीडिओ बनाया। वह वीडिओ अब सोशल मीडिया पर काफी देखा जा रहा है।
वाराणसी के बाद अच्छे प्रशिक्षण के लिए राम बाबू भोपाल चले गए। भोपाल में पूर्व ओलंपियन बसंत बहादुर राणा की निगाह राम बाबू पर गई। उनके साथ कुछ दिन रहने के बाद राम बाबू बंगलुरु के कानन सुंदरराजन नामक कोच से सीखने लगे।
उस कठिन दौर को याद करते हुए वे कहते हैं, पूर्णबंदी के दौरान कोई काम नहीं था तो जिंदा रहने के लिए मैंने अपने पिता के साथ डेढ़ महीने तक तालाब खोदा। पूर्णबंदी खत्म होने के बाद भोपाल चला गया। पूर्णबंदी के अपने अनुभव को लेकर वे कहते हैं, तब भी पूरी उम्मीद थी कि देश के लिए खेल पाएंगे।
राम बाबू के कोच बसंत कुमार के मुताबिक, पिछले दो साल से वे लगातार प्रशिक्षण ले रहे थे। नवंबर 2021 में राष्ट्रीय शिविर में गए थे। वहां से राम बाबू ने दो अंतरराष्ट्रीय स्पर्द्धाओं में हिस्सा लिया।