विभिन्न मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्र सरकार के बीच सहमति के बाद किसानों ने शनिवार सुबह दिल्ली की सीमाओं से अपने-अपने घरों के लिए रवाना होना शुरू कर दिया है। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आज दिल्ली की सीमाओं से लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं लेकिन वे अभी नहीं जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का बड़ा जत्था कल सुबह 8 बजे हवन और अरदास करने के बाद अपने-अपने घरों के लिए निकलना शुरू कर देगा, जो लोग जहां-जहां से आए थे, वे सभी लोग अपने घर लौट जाएंगे। टिकैत ने सभी किसान भाई अपने घर सकुशल पहुंच जाएं, इसके बाद हम 15 दिसंबर को अपने घर जाएंगे।
टिकैत ने कहा कि वे 13 दिसंबर को अमृतसर जाकर अरदास में शामिल होगें है, उसके बाद वे 14 दिसंबर को हरियाणा के सभी मोर्चों से मिलेंगे और उनका धरना समाप्त कराएंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि देश में हजारों स्थानों पर धरने हो रहे हैं और ये सब अगले कुछ दिनों में खत्म हो जाएंगे। किसान नेता ने कहा कि वे 15 तारीख को अपने घर के लिए निकलेंगे।
पत्रकारों से बात करते वक्त राकेश टिकैत भावुक नजर आए। उन्होंने कहा, ”जिस जमीन पर लोग रहते हैं उनसे लोगों को लगाव हो जाता है और घर उजड़ने के बाद तकलीफ तो होती ही है। ये सब यादें साथ रह जाएंगी। जो साथ में लोग रहे इतने समय तक.. ये सब याद रहेगा।”
राकेश टिकैत ने सरकार के साथ अनबन को लेकर किए गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ”हमारी जो मांगें थीं वो मान ली गईं और समझौते हो गए तो खटास का कोई सवाल ही नहीं है। सरकार से हमारा कोई व्यक्तिगत विरोध नहींं था, इसलिए समझौता हो गया है तो हम राजी-खुशी जा रहें हैं और उन सभी का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने हमारी हर संभव मदद की।”
बता दें कि तीन कृषि काननों की वापसी के बाद से संयुक्त किसान मोर्चे ने आंदोलन वापस लेने का ऐलान किया था जिसके मद्देनजर आज से किसान धरनास्थल को खाली कर अपने घरों को लौटने लगे हैं।