भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भविष्यवाणी की है कि उन्हें 12-13 साल जेल में बिताने पड़ेंगे। आजतक के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे 12-13 साल तिहाड़ जेल में रहना होगा लेकिन कम से कम किसान तो आजाद हो जाएगा। अगर किसान आजाद हो जाएगा तो हमें जेल में रहने में कोई दिक्कत नहीं है। मुकदमा लगेगा तो हमें जेल में रहना होगा। यही कानून है।
साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कृषि कानून वापस नहीं हुए तो अबकी बार हल क्रांति होगी। किसान पार्लियामेंट में जाकर ट्रैक्टर चलाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के पास ट्रैक्टर है तो हम ट्रैक्टर चलाएंगे। हमारे पास एसी बस तो है नहीं। इससे पहले राजस्थान के सीकर में उन्होंने कहा था कि कान खोल कर सुन ले दिल्ली, ये किसान भी वही हैं और ट्रैक्टर भी वही होंगे। इस बार चार लाख नहीं चालीस लाख ट्रैक्टर जाएंगे।
पूरे देश का करेंगे दौरा: राकेश टिकैत ने कहा है कि वो किसानों को एक करने के लिए पूरे देश का दौरा करेंगे। आने वाले दिनों में वो कर्नाटक जा रहे हैं उसके बाद तेलंगाना भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब देश एक है आनाजों का दाम एक है, देश का प्रधानमंत्री एक है तो क्यों नहीं पूरे देश में जाएंगे?
90 से अधिक दिनों से चल रहा है आंदोलन : तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर 90 से अधिक दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार के साथ कई दौर की वार्ता के बाद भी दोनों पक्षों में कोई सहमती नहीं बन पायी है।
किसानों को है देश से प्यार: राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी की घटना के मामले में देश के किसानों को बदनाम करने की साजिश की गई थी। देश के किसानों को तिरंगे से प्यार है, लेकिन इस देश के नेताओं को नहीं है। टिकैत ने कहा कि सरकार को किसानों की तरफ से खुली चुनौती है कि सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए तो बड़ी-बड़ी कंपियों के गोदाम को घ्वस्त करने का काम किसान करेंगे।