बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तरफ से तैयारी तेज हो गयी है। पहले चरण के उम्मीदवालों के नाम की भी घोषणा की जा रही है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत बीजेपी के लिए मुश्किल बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा है कि वो 13 मार्च को बंगाल के दौरे पर जाएंगे। भारतीय किसान यूनियन के नेता ने कहा कि सरकार जब पश्चिम बंगाल पहुंची है तो हम भी सरकार से वहीं मिलेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम बंगाल में किसानों से बात करेंगे कि वहां फसल एमएसपी पर खरीदे जा रहे हैं या नहीं, उनकी क्या समस्या है?
गौरतलब है कि राकेश टिकैत बंगाल में पहले चरण के चुनाव से ठीक 14 दिन पहले बंगाल जा रहे हैं। कुछ ही दिन पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि वह चुनाव वाले राज्यों में लोगों से किसान विरोधी और गरीब विरोधी नीतियों के खिलाफ बीजेपी को सबक सिखाने की अपील करेगी।खबरों के अनुसार राकेश टिकैत के अलावा डॉ दर्शनपाल , योगेंद्र यादव जैसे नेता भी बंगाल में किसानों को संबोधित करेंगे। किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि 100 दिनों से चल रहे आंदोलन की सरकार अनदेखी कर रही है। इसलिए वह भी उसे नुकसान पहुंचाने में कसर नहीं छोड़ेंगे।
इधर दिल्ली बॉर्डर पर तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। पिछले 100 से अधिक दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। सरकार के साथ 11 दौर की वार्ता के बाद भी दोनों पक्ष के बीच कोई फैसला नहीं हो पाया। जिसके बाद से सरकार और किसानों के बीच डेडलॉक जारी है। दोनों ही पक्षों के बीच अंतिम बार वार्ता 22 जनवरी को हुई थी।
बताते चलें कि बंगाल में आठ चरणों में वोटिंग होनी है। 27 मार्च को पहले चरण के लिए मतदान होंगे। पहले चरण में 38 सीटों पर वोटिंग होगी। दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल को होना है। तीसरे चरण के लिए मतदान 6अप्रैल को होंगे, चौथे चरण के लिए मतदान 10अप्रैल को होने हैं। नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे।
बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी, टीएमसी और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 211 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को 44 लेफ्ट को 26 और बीजेपी को तीन सीट मिली थी।