Ruckus in Rajya Sabha over Deportation: राज्यसभा में गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि अमेरिका से अनिवासी भारतीयों को वापस भेजना कोई पहली बार नहीं हुआ है। उन्होंने पिछले 15 साल के आंकड़े भी गिनाए। इससे पहले विपक्षी दलों ने अमेरिका से भारतीय प्रवासियों की वापसी और प्रयागराज महाकुंभ हादसे सहित कई मुद्दों पर जोरदार हंगामा किया था। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने सरकार से इन मामलों पर जवाब देने की मांग की, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने बताया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर दोपहर 2 बजे अमेरिका से लौटाए गए भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर सदन में बयान देंगे।
5 फरवरी को अमेरिकी सेना के विमान से 104 भारतीयों को वापस भेजा गया था
बुधवार को अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 भारतीय नागरिकों को लेकर अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। इन प्रवासियों में 30 पंजाब, 33 हरियाणा और गुजरात, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश, जबकि दो चंडीगढ़ के निवासी हैं। इनमें 19 महिलाएं और 13 नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं। अमेरिका से निकालने की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं।
इससे पहले राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही उपसभापति हरिवंश ने बताया कि उन्हें अमेरिका से प्रवासी भारतीयों के निकाले जाने और महाकुंभ में कुप्रबंधन से जुड़े 13 नोटिस मिले हैं। हालांकि, उन्होंने सभी नोटिस खारिज कर दिए। इस फैसले से विपक्षी दलों में नाराजगी बढ़ गई और कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और वाम दलों के सदस्यों ने सदन में जोरदार हंगामा किया।
विपक्षी नेताओं के विरोध के बीच उपसभापति ने सभी सदस्यों से शांत रहने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने की अपील की, लेकिन हंगामा जारी रहा। स्थिति को देखते हुए सदन की कार्यवाही सुबह 11:05 बजे रोक दी गई और इसे दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
गुरुवार को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने अमेरिका से भारतीयों के निकाले जाने के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, सपा सांसद धर्मेंद्र यादव समेत कई सांसदों ने हाथों में हथकड़ी पहनकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने “देश का अपमान नहीं सहेंगे” और “मोदी सरकार हाय-हाय” के नारे लगाए। इस प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और कई अन्य विपक्षी नेता भी शामिल हुए।