देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जम्मू में कहा कि भ्रष्टाचार सिर्फ भाषणों से कम नहीं किया जा सकता, खत्म करना तो बहुत बड़ी बात, ऐसा कोई नहीं कर सकता। उन्होंने जम्मू में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भ्रष्टाचार पर राजीव गांधी ने मजबूरी जताई थी, पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे चैलेंज के रूप में लिया।

राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर कहा, “पीएम ने कहा था कि ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा। इसपर लोगों ने कहा कि क्या कह रहे हैं? मुझे भी पहले समझ नहीं आ रहा था कि खाएंगे नहीं, ये बात तो समझ आई लेकिन खाने नहीं देंगे यानी भ्रष्टाचार पर अंकुश कैसे लगा देंगे इतनी जल्दी, मेरे सामने भी असमंजस की स्थिति थी। मैं सोच नहीं पा रहा था।”

उन्होंने आगे कहा, “वो पीएम बन चुके थे। उन्होंने एक मीटिंग बुलाई थी। गृह मंत्री के रूप में उस मीटिंग में मुझे भी बुलाया था। उस समय पीएम जनधन योजना के अंतर्गत सभी के बैंक अकाउंट्स खोलने की बात हो रही थी। मैंने बैठक समाप्त होने के बाद पीएम से कहा कि ये बताइये मोदी जी कि इतनी जल्दी ये सब अकाउंट्स खुल जाएंगे लोगों के? उन्होंने कहा- खुलेंगे। मैंने पूछा- इसका उद्देश्य क्या है? उन्होंने कहा- राजनाथ जी, आगे देखिए।”

रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “मैं समझता हूं कि हिंदुस्तान के हर परिवार में लोगों के अकाउंट्स बैंक में खुल गए। बात मेरी समझ में तब आई, जब DBT के माध्यम से लोगों को पैसा ट्रांसफर होना शुरू हुआ। मुझे राजीव गांधी जी की बात याद आई। वो हमारे देश के पीएम थे। उन्होंने कहा कि मैं क्या करूं, 100 पैसा ऊपर से भेजता हूं, 15 पैसा लोगों के पास पहुंच पाता है। एक प्रकार से लाचारी व्यक्त की थी। मैं उनकी आलोचना नहीं कर रहा हूं। उन्होंने एक मजबूरी व्यक्त की थी पीएम रहते हुए। उसको अगर चैलेंज के रूप में किसी ने स्वीकार किया तो आज के पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वीकार किया। आज अगर 100 पैसा बैंकों से चलता है तो 100 का 100 पैसा लोगों की जेब में पहुंच रहा है।”

उन्होंने भ्रष्टाचार पर आगे कहा, “भ्रष्टाचार केवल भाषण देकर न तो कम किया जा सकता है, खत्म करना तो बहुत बड़ी बात है। मैं यह दावा नहीं कर रहा हूं कि भ्रष्टाचार को हमने खत्म कर दिया, ये कोई नहीं कर सकता, पता नहीं सतयुग में रहा होगा या नहीं रहा होगा मैं नहीं जानता। भ्रष्टाचार भाषणों से नहीं बल्कि सिस्टम में बदलाव लाकर कम किया जा सकता है। इस काम को भी हमारे पीएम ने शुरू किया।”