रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज भुज एयरबेस पहुंचे जहां वह भुज वायुसेना स्टेशन पर वायु योद्धाओं से बातचीत करेंगे। वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह भी उनके साथ हैं। गुजरात पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है।

राजनाथ सिंह ने कहा, “भुज 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का गवाह था और आज फिर यह पाकिस्तान के खिलाफ हमारी जीत का गवाह बना है, मुझे यहां उपस्थित होकर गर्व महसूस हो रहा है।”

भुज एयर बेस पर बोलते हुए रक्षामंत्री ने कहा, “कल ही मैंने श्रीनगर में हमारे बहादुर सेना के जवानों से मुलाकात की थी। आज मैं यहां वायु योद्धाओं से मिल रहा हूं। कल मैंने उत्तरी क्षेत्र में हमारे जवानों से मुलाकात की थी और आज मैं देश के पश्चिमी हिस्से में वायु योद्धाओं और अन्य सुरक्षा कर्मियों से मिल रहा हूं। मैं दोनों मोर्चों पर उच्च जोश और ऊर्जा को देखकर उत्साह महसूस करता हूं। मुझे विश्वास है कि आप भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखेंगे।”

राजनाथ सिंह बोले- भारतीयों को सेना पर गर्व

राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “आपने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो कुछ भी किया , उससे सभी भारतीयों को गर्व हुआ है – चाहे वे भारत में हों या विदेश में। भारतीय वायुसेना के लिए सिर्फ 23 मिनट ही काफी थे ताकि देश में पल रहे आतंकवाद को कुचला जा सके। गुजरात में रक्षा मंत्री ने कहा, “मेरे लिए ये कहना गलत नहीं होगा कि लोगों को नाश्ता करने में जितना समय लगता है आपने उतना समय दुश्मनों से निपटने में लगाया। आपने दुश्मनों की धरती पर जाकर मिसाइलें गिराईं। इसकी गूंज सिर्फ भारत की सीमाओं तक ही सीमित नहीं रही, पूरी दुनिया ने इसे सुना। वो गूंज सिर्फ मिसाइलों की नहीं थी बल्कि आपकी और भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों की बहादुरी की भी थी।”

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राजनाथ ने कहा, “मैं आप सबको, एक बार फिर, ‘Operation Sindoor’ की सफलता पर बधाई देता हूँ। मैं बस इतना कहूँगा, कि आपके पराक्रम ने यह दिखा दिया, कि यह वो सिन्दूर है, जो श्रृंगार का नहीं, बल्कि शौर्य का प्रतीक है। यह वो सिन्दूर है, जो सौंदर्य का नहीं, बल्कि संकल्प का प्रतीक है। यह सिन्दूर, खतरे की वह लाल लकीर है, जो भारत ने अब आतंकवाद के माथे पर खींच दी है. एक और बात मैं यहां साफ कहना चाहूंगा। ‘Operation Sindoor’ अभी खत्म नहीं हुआ है। जो कुछ भी हुआ, वह सिर्फ एक ट्रेलर मात्र था। जब सही समय आएगा, तो हम पूरी पिक्चर भी दिखाएंगे।”

हमने श्रीराम के मार्ग का किया अनुसरण- रक्षामंत्री

रक्षामंत्री बोले, “हम, हमारे आराध्य श्रीराम के उस मार्ग का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें वह आसुरी शक्तियों के विनाश का प्रण लेते हैंI “निसिचर हीन करउँ महि, भुज उठाइ पन कीन्ह।” अर्थात जिस प्रकार भगवान राम ने, अपनी भुजाओं को उठाकर, धरती को राक्षस विहीन करने का प्रण लिया था। ठीक उसी प्रकार, प्रभु श्री राम के आदर्शों का पालन करते हुए, हमने भी आतंकवाद को, जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है।”

भुज एयरबेस से राजनाथ बोले, ‘ब्रह्मोस मिसाइल की ताक़त को तो पाकिस्तान ने ख़ुद स्वीकार किया है। हमारे देश में एक कहावत काफ़ी पुरानी है और वह है – दिन में तारे दिखाना। मगर भारत मे बनी ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान दुश्मन को रात के अँधेरे में दिन का उजाला दिखा दिया है। भारत के जिस एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ़ हर तरफ़ हो रही है, उसमें DRDO द्वारा बनाये गए ‘आकाश’ और अन्य राडार सिस्टम की जबरदस्त भूमिका रही है।’

भारतीय रक्षामंत्री ने कहा, “यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमारी एयरफोर्स की पहुँच पाकिस्तान के हर कोने तक है, यह बात पूरी तरह साबित हो चुकी है। आज स्थिति यह है कि भारत के फाइटर प्लेन बिना सरहद पार किए ही, यहीं से उनके हर कोने तक प्रहार करने में सक्षम है। पूरी दुनिया ने देख लिया है कि कैसे आपने पाकिस्तान की धरती पर मौजूद, आतंकवाद के नौ ठिकानों को ध्वस्त कर दिया; बाद में की गई कारवाई में उनके अनेक एयरबेस तबाह कर दिए।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स