अमेरिका के रक्षा मंत्री राजधानी में होने वाली टू प्लस टू स्तर की बैठक के लिए पहुंच गए हैं। रक्षा मंत्री लायड आस्टिन की कल यानी कि शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक होने जा रही है। बताया जा रहा है कि रक्षा-औद्योगिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी से जुड़े मुद्दों पर अहम बातचीत हो सकती है। इसके अलावा वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा संभव है।

किन मुद्दों पर चर्चा होने वाली है?

अब यहां ये समझना जरूरी है कि इस समय इजरायल और हमास के बीच में युद्ध जारी है। इसके साथ-साथ एक साल बाद भी रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग भी थमी नहीं है। ऐसे में इन दो महायुद्ध के बीच अमेरिकी रक्षा मंत्री का भारत आना मायने रखता है। जानकारी मिली है कि मुलाकात के दौरान इन दोनों ही युद्ध पर विस्तार से चर्चा की जा सकती है। इसके अलावा समय-समय पर सीमा पर चीन के साथ भारत का जो तनाव रहता है, उस पर भी अमेरिका से बात संभव है।

डिफेंस के क्षेत्र में कुछ बड़ा?

वहीं पिछले कुछ समय में रक्षा के क्षेत्र में भी भारत और अमेरिका और ज्यादा करीब आ चुके हैं। कई मौकों पर राष्ट्रपति बाइडेन ने खुद कहा है कि भारत उनका एक करीबी साझेदार है। इसी वजह से अमेरिका की कंपनी General Electrics ने भारत की HAL के साथ एक डील की है जिसके तहत GE-414 जेट इंजन देश में ही मैन्युफैक्चर किए जाएंगे। इसके अलावा भारत को अमेरिका से अभी 31 MQ-9B Reaper ड्रोन भी मिलने वाले हैं। ऐसे में ये तमाम डील एक तरफ दोनों देशों को करीब लाने का काम करेंगी तो वहीं दूसरी तरफ सभी दश्मन देशों को भी बड़ा संदेश देने काम होगा।

पिछली मुलाकात में क्या हुआ था?

जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल अमेरिका के वाशिंगटन में भी ऐसी ही एक 2+2 मीटिंग हुई थी। उस समय रूस-यूक्रेन युद्ध चरम पर चल रहा था, ऐसे में वहां की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई थी। इसके अलावा तब इस बात पर भी सहमति बनी थी भविष्य में भारत और अमेरिका की सेना कई मोर्चों पर साथ में भी काम करेगी। अब कल भारत में होने वाली बैठक के दौरान इस दिशा में भी और बात संभव है, वहीं डेफेंस के क्षेत्र में कैसे और आगे बढ़ा जाए, इस पर भी मंथन किया जाएगा।

कविता जोशी के इनपुट के साथ