Rajiv Gandhi: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में सजायाफ्ता नलिनी श्रीहरन और पांच अन्य शनिवार (12 नवंबर, 2022) शाम को जेल से रिहा हो गए। जेल से बाहर आकर नलिनी ने राज्य व केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा कर कहा कि उनका पब्लिक लाइफ में आने का कोई इरादा नहीं है। वो अपने पति और बच्ची के साथ एक नई शुरुआत करने जा रही हैं।

एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 6 दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस फैसले पर कांग्रेस बेहद नाराज है। हालांकि, सोनिया गांधी पहले ही नलिनी को माफ कर चुकी हैं और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक बार नलिनी से मुलाकात की थी। नलिनी के अलावा, उसके पति मुरुगन, संथन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को तमिलनाडु की जेलों से औपचारिक रूप से रिहा कर दिया गया। वहीं, दोषी आरपी रविचंद्रन भी कभी भी रिहा होने वाला है।

जेल से बाहर आकर नलिनी ने कहा कि वह अपने पति और बेटी के साथ नए जीवन की शुरुआत करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं तमिल लोगों को मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद देती हूं।” मई में सुप्रीम कोर्ट ने विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए सात दोषियों में से एक एजी पेरारिवलन को रिहा किया था। अदालत ने 11 नवंबर को कहा कि बाकी लोगों पर भी यही आदेश लागू होता है। बता दें कि तमिलनाडु कैबिनेट ने 2018 में राज्यपाल से सिफारिश की थी कि दोषियों को रिहा किया जाए और राज्यपाल इससे बंधे हुए हैं।

मुरुगन और संथन दोनों श्रीलंकाई नागरिक हैं, और जेल से रिहा होने के बाद उन्हें एक पुलिस वाहन में राज्य के तिरुचिरापल्ली में एक शरणार्थी शिविर में ले जाया गया। पुझल जेल से रिहा हुए दो अन्य श्रीलंकाई नागरिकों रॉबर्ट पायस और जयकुमार को भी वहां रहने के लिए शरणार्थी शिविर ले जाया गया। मई में रिहा हुए अपराधी पेरारिवलन और उसकी मां अर्पुथम्मल पहले से वहां हैं।

अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नलिनी चेन्नई में रहेंगी या अपनी बेटी के पास लंदन जाएंगी। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने नलिनी के वकील के हवाले से बताया कि वह इस पर फैसला लेंगी। इन सभी की रिहाई का आदेश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दोषियों ने जेल में संतोषजनक व्यवहार दिखाया है यहां रहते हुए पढ़ाई करके डिग्री हासिल की, किताबें लिखीं और समाज सेवा में भी भाग लिया।