राजस्थान की पॉलिटिक्स में इस वक्त राजेंद्र गुढ़ा और उनकी लाल डायरी चर्चा का विषय बनी हुई है। गहलोत सरकार में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद राजेन्द्र गुढ़ा ने राहुल गांधी की तरह अपने ट्विटर बायो में बदलाव किया है। जहां राहुल गांधी ने लोकसभा से सदस्यता जाने के बाद अपने ट्विटर (X) बायो में ‘Disqualified MP’ लिखा है वहीं राजेंद्र गुढ़ा ने अपने ट्विटर (X) बायो में ‘Dis’Missed Minister of Rajasthan Government’ लिखा है।
क्या है राजेंद्र गुढ़ा का पूरा मामला?
राजस्थान के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र गुढ़ा का ताज़ा मामला उनके विधानसभा में मणिपुर से जुड़े एक बयान से शुरू हुआ था। राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में खड़े होकर अपनी ही सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि हमें मणिपुर पर चर्चा से पहले अपने प्रदेश पर ध्यान देना चाहिए। इसके बाद विधानसभा में भाजपा ने कांग्रेस पर उनके अपने मंत्री के बयान को लेकर प्रहार शुरू किए।राजेंद्र गुढ़ा के इस बयान के बाद अशोक गहलोत ने शाम होते ही उन्हें अपने मंत्रीमण्डल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। मामला यहीं नहीं थमा, राजेंद्र गुढ़ा ने बर्खास्त किए जाने के सवाल पर कहा कि वह गलत नहीं हैं और अपने बयान पर कायम रहेंगे, बल्कि इससे दो कदम आगे बढ़ते हुए गुढ़ा ने गहलोत सरकार के घोटालों को उजागर करने की बात तक कह दी।
सोमवार को वह विधानसभा में ‘लाल डायरी’ के साथ पहुंचे और दावा किया कि इस डायरी के ज़रिए वह कई चौंकाने वाले खुलासे करने वाले हैं। वह यह डायरी विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को देना चाहते थे। हंगामे के बीच उन्हें विधानसभा से बाहर कर दिया गया। राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस विधायकों पर आरोप लगाया और कहा कि मेरे साथ मारपीट हुई है। इसके बाद लाल डायरी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस को घेरना शुरू किया, हालांकि राजेन्द्र गुढ़ा ने यह डायरी मीडिया को दिखाने से इनकार कर दिया।
डायरी से क्यों डर रहे हैं कांग्रेस विधायक
सोमवार को विधानसभा से निकाले जाने के बाद गुढ़ा ने कहा, ‘अगर उस डायरी में कुछ नहीं था तो सभी विधायक मुझ पर क्यों टूट पड़े और मुझसे डायरी क्यों छीन ली? शांति धारीवाल ने मुझे लात मारी… मैं डेयरी को विधानसभा में पेश करना चाहता था।’
यह पूछे जाने पर कि बिना किसी सुनवाई के उन्हें मंत्री पद से क्यों हटाया गया, गुढ़ा ने कहा: “डायरी में उन सभी वित्तीय लेनदेन का विवरण है जो दो नंबर में हुए थे… क्रिकेट (एसोसिएशन) चुनाव, राज्यसभा के लिए किसे पैसा दिया गया, राजनीतिक संकट के दौरान (2020 में) किस विधायक को कितना पैसा मिला…यह सब इस डायरी में मौजूद है।’