राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के लिए खुद अपने ही विधायक राजेंद्र गुढ़ा मुश्किल बने हुए हैं। विधानसभा में अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने ऐलान किया था कि वह जल्द ही सरकार को लेकर बढ़ा खुलासा करने वाले हैं। उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था।
राजेन्द्र गुढ़ा को आज विधानसभा सत्र से बाहर कर दिया गया है। इसके बाद गुढ़ा ने गहलोत सरकार पर मीडिया से बात करते हुए हमला बोला है और कहा कि उन्हें लात-मुक्का मार कर विधानसभा से बाहर कर दिया गया।
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के उपनेता और भाजपा नेता सतीश पूनिया ने कहा, “यह कांग्रेस सरकार सिर्फ अपना चेहरा बचाने के लिए विधानसभा में आती है। इस सरकार ने कई झूठ बोले हैं. राजस्थान के लोग जानना चाहते हैं कि यह ‘लाल डेयरी’ क्या है जिसे बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा में पेश करना चाहते थे और इसमें कौन से रहस्य हैं और इससे मुख्यमंत्री और सलाहकार चिंतित क्यों हैं?
मुझपर हमला किया गया
राजस्थान विधानसभा में प्रवेश नहीं दिए जाने के बाद पूर्व मंत्री राजेंद्र ने कहा, “लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया, मुझे मुक्का मारा, लात मारी और कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से बाहर खींच लिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने की अनुमति भी नहीं दी। मेरे खिलाफ आरोप लगाए गए कि मैं बीजेपी के साथ हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है?”
‘मुझे फोन पर धमकी भी दी गई’
बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने फोन पर धमकी मिलने की बात भी कही है। उनका कहना है कि उन्हें फोन कर यह कहा गया कि वह आज के विधानसभा सत्र में हिस्सा ना लें वरना उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा,’मैं अपनी लाल डायरी सभापति को सौंपना चाहता था लेकिन उन्होंने मुझे बोलने नहीं दिया। कांग्रेस नेता शांति कुमार धारीवाल ने मुझे धक्का दिया और अन्य कांग्रेस नेताओं ने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी और डायरी के कुछ पन्ने छीन लिए। कुछ कांग्रेस नेताओं ने मुझे लात-घूंसे मारे और बाद में मुझे विधानसभा से बाहर निकाल दिया। मुझे सत्र में शामिल न होने के लिए फोन तक किए गए।”
भाजपा का हमला
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को विधानसभा में नहीं घुसने दिए जाने के बाद विधान सभा में विपक्ष के नाता राजेंद्र राठौड़ ने कहा, “विधानसभा अध्यक्ष को राजेंद्र गुढ़ा को सदन में आने की अनुमति देनी चाहिए क्योंकि वह विधानसभा के सदस्य हैं, वह जो कहना चाहते हैं और कांग्रेस सरकार के खुलासों से जुड़ी जो लाल डायरी पेश करना चाहते हैं उसे सामने आने दिया जाना चाहिए।”