राजस्थान में कांग्रेस सरकार की मुश्किलें आसान होती नजर नहीं आ रही हैं। दरअसल सचिन पायलट के बाद अब युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश भाकर और कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष राकेस पारीक ने भी बगावत का बिगुल फूंक दिया है। एक साथ राजस्थान कांग्रेस के तीन बड़े संगठनों में बगावत ने पार्टी नेतृत्व और सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि सचिन पायलट ने यदि पार्टी छोड़ी तो राजस्थान की राजनीति में ये भी पहला वाक्या होगा, जब किसी दल के अध्यक्ष ने ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया हो। कांग्रेस के लिए इसे किसी बड़े झटके से कम नहीं माना जा रहा है। सचिन पायलट जहां खुलकर सीएम अशोक गहलोत के विरोध में आ गए हैं।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश भाकर ने ट्वीट कर कहा है कि “जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरुरी है, उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरुरी है।” कांग्रेस के प्रति निष्ठा दिखाने का मतलब है कि अशोक गहलोत की गुलामी, वो हमें मंजूर नहीं है।”
इसी बीच खबर आयी है कि पार्टी नेतृत्व ने सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया है। इसके साथ ही पार्टी ने कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी राकेश पारीक की छुट्टी कर दी है।
सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इसमें सचिन पायलट की कोई गलती नहीं है। यह भाजपा थी, जो इस पूरी साजिश को रच रही थी। भाजपा ने ही रिजॉर्ट का इंतजाम किया और वही सबकुछ मैनेज कर रही थी। जिस टीम ने एमपी में काम किया था वही यहां भी काम कर रही थी।
वहीं राजस्थान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया ने अपने एक बयान में कहा है कि लोग इस सरकार से नाराज हैं और दुनिया की कोई ताकत इसे नहीं बचा सकती। ये सरकार सत्ता से बाहर हो, यही हमारी प्राथमिकता है। हम स्थिति का आंकलन कर रहे हैं और अपनी रणनीति के हिसाब से कदम उठाएंगे।