राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि हाल ही में श्रीगंगानगर में जिस किसान ने खुदकुशी की थी, वे वास्तव में कर्ज में नहीं दबे थे। पायलट ने कहा, “अभी तक मुझे जो भी सूचना मिली है, उसके अनुसार वे व्यक्ति कर्ज में नहीं थे। हालांकि, यह एक दुखद घटना है। राज्य सरकार किसानों प्रदेश के किसानों के बेहतर और सुनिश्चित भविष्य के लिए प्रयासरत है। चुनाव के समय हमने अपने घोषणापत्र में कुछ वादे किए थे और सरकार पूरी तरह से आश्वस्त है और यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य में किसान समुदाय का भविष्य बेहतर हो। हम उनकी स्थिति को बेहतर करने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं। सरकार किसानों को आर्थिक मदद देने की घोषणा कर रही है और हमने यह स्पष्ट किया है कि किसानों द्वारा लिए गए सभी कर्जों को माफ कर दिया जाएगा।”

गौरतलब है कि श्रीगंगानगर के रहने वाले सोहनलाल नामक किसान ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट चुनाव से पहले बैंक लोन माफ करने के अपने वादे को पूरा नहीं कर रहे हैं। किसान ने अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो भी शूट किया था और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था।

सोहन लाल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था, “आज मैं अपनी जिंदगी समाप्त करने जा रहा हूं। इसमें किसी की गलती नहीं है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट मेरी मौत के जिम्मेवार हैं। उन्होंने बयान दिया था कि 10 दिन के भीतर किसानों द्वारा बैंक से लिए गए लोन को माफ कर दिया जाएगा… क्या हुआ उनके वादे का? आज सरकार को झुकाने का समय आ गया है। मैं सभी किसान भाईयों के बदले आत्महत्या करने जा रहा हूं।” सोहनलाल ने लोगों से उनके जाने के बाद परिवारवालों की देखरेख करने का भी आग्रह किया था। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।