राजस्थान के दो मंत्रियों के कोटा के जेके लोन अस्पताल में खराब बुनियादी सुविधाओं के लिए पिछली भाजपा शासन को दोषी ठहराने के एक दिन बाद ही उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शनिवार को कहा कि 13 महीने के शासन के बाद पिछली सरकार को दोष मढ़ने का कोई मतलब नहीं है। पीटीआई से बात करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि “मुझे लगता है कि इस पर हमारी प्रतिक्रिया अधिक दयालु और संवेदनशील होनी चाहिए थी। 13 महीने तक सत्ता में रहने के बाद मुझे लगता है कि पिछली सरकार की कमियों को दोष देने का कोई फायदा नहीं है। जवाबदेही तय होनी चाहिए।”

डिप्टी सीएम ने लिया अस्पताल का जायजा : पूर्व में कई बार अशोक गहलोत सरकार पर कटाक्ष कर चुके हैं पायलट ने शनिवार सुबह जेके लोन अस्पताल का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया। केंद्र सरकार की एक टीम भी निरीक्षण करने अस्पताल पहुंची थी। कोटा संभाग में बच्चों के लिए जेके लोन अस्पताल सबसे बड़ा है। इसमें आसपास के जिलों जैसे कि बारां,  बूंदी और झालावाड़ के सैकड़ों मरीज आते हैं। यहां तक कि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से भी मरीज यहां पहुंचते हैं।

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लोकसभा अध्यक्ष और कोटा से सांसद ओम बिरला पीड़ित परिवार से मिले :लोकसभा अध्यक्ष और कोटा से सांसद ओम बिरला भी यहां पहुंचे और मृत शिशुओं में से एक के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “मैं जेके लोन अस्पताल में जान गंवाने वाले शिशुओं के कुछ परिवारों से मिला। दुख की इस घड़ी में हम इन परिवारों के साथ खड़े हैं। मैंने राजस्थान के सीएम को दो बार लिखा है, चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने का सुझाव दिया है।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा बीजेपी सरकार की गलती से हुई घटना : शुक्रवार को अस्पताल का दौरा करने वाले स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मौतों के पीछे कोई नैदानिक लापरवाही नहीं थी, “लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के मामले सामने आए हैं, जिनके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी”। उन्होंने अस्पताल की बुनियादी व्यवस्था को विकसित नहीं करने के लिए पिछली भाजपा सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया।