उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राजर्षि टंडन विश्वविद्यालय ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम पर तीन महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया है जो इस नए कानून के बारे में बताएगा। इस प्रोग्राम का नाम जागरूकता कार्यक्रम नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (APCAA) ’रखा गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि कई छात्रों ने पाठ्यक्रम से पहले ही दाखिला ले लिया था, इसे जनवरी में शुरू किया गया। यह कार्यक्रम “सीएए के बारे में जागरूकता फैलाने का काम करेगा।”
सीएए के प्रति किया जाएगा जागरूक: सीएए एक सार्वजनिक मुद्दा और देश का एक कानून है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य लोगों को इसके बारे में जागरूक करना है। सिंह ने कहा कि अधिनियम की आवश्यकता, राष्ट्रीय एकता और एकीकरण पर इसके प्रभाव के बारे में छात्रों को जागरूक किया जाएगा। बता दें कि कई छात्रों ने सीएए के पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना भी शुरू कर दिया है।
इंटर पास कोई भी छात्र ले सकता है प्रवेश: बता दें कि इसमें प्रवेश के लिए आयुसीमा की बाध्यता नहीं है। इंटर पास कोई भी छात्र इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकता है। इस पाठक्रम की फीस 500 रुपए बताई जा रही है। साथ ही इससे संबधित अध्ययन सामग्री विश्वविद्यालय की ओर से दी जाएगी।
सीएए का विरोध जारी है: बता दें कि 9 दिसंबर 2019 को लोकसभा में केंद्र की सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून का बिल पास कराया था। इस बिल के पास होने के बाद ही इसपर विवाद शुरू हो गया था। इस बिल के कानून बनने के बाद से देश कई हिस्सों में इसके खिलाफ हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले है। बता दें कि अभी भी कई जगहों पर इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

