इलाहाबाद में भारी बारिश के चलते बाढ़ आई हुई है। इसके कारण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के ब्राह्मण मतदाताओं के बीच पैठ बनाने का प्लान भी बह गया। कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु की जन्मस्थली से अपने कार्यक्रम की शुरुआत करने की योजना बनाई थी। वह यहां पर दो सितम्बर को ब्राह्मणों की बैठक आयोजित करने जा रही थी। शहर के कई इलाके अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। इसके चलते पार्टी ने कार्यक्रम स्थल बदलने का फैसला किया है।
कांग्रेस अब दो विशेष बैठकें करेगी। इनमें से एक लखनऊ में दो सितम्बर को होगी जबकि दूसरी इस कार्यक्रम के दो दिन बाद कानपुर में आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी गैर राजनीतिक संगठन ब्राह्मण चेतना परिषद को दी जा रही है। इस बैठक में कांग्रेस के सभी आला ब्राह्मण नेता मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि यूपी चुनावों में ब्राह्मण मतों को कांग्रेस के पाले में लाने के लिए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने योजना बनाई है। इसी योजना के चलते शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया गया है।
चुनाव से पहले यूपी कांग्रेस के संगठन में भी बदलाव किया गया। गुलाम नबी आजाद को यूपी का प्रभारी बनाया गया है। इसके जरिए कांग्रेस मुसलमानों को अपने साथ लाना चाहती है। वहीं राज बब्बर को यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है।

