बालासोर रेल हादसे में मरने वाले 119 लोगों को मुआवजा दिया जा चुका है। अब तक तकरीबन साढ़े पांच सौ लोगों को सहायता राशि मुहैया कराई गई है, जिनमें मृतक और घायल शामिल हैं। इसके साथ ही पीड़ितों को राहत राशि पहुंचाने के लिए खास सुविधा भी शुरू की गई है। जगह-जगह पर हेल्प डेस्क बनाए गए हैं और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं, जिन पर संपर्क कर पीड़ित परिवार राहत राशि प्राप्त कर सकते हैं।

अब तक किया गया 15.6 करोड़ का भुगतान

बालासोर में दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि अब तक 531 लोगों को मुआवजा दिया जा चुका है, जिसमें 15.6 करोड़ का अभी तक भुगतान किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों को मुआवजा दिया गया है, उनमें सामान्य चोट वाले 303, गंभीर रूप से घायल होने वाले 109 और 119 शामिल हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से हम यह भी कहना चाहते हैं कि जो भी रेल हादसे का शिकार हुए या किसी के परिवार के सदस्य घायल हुए या किसी की मौत हो गई, उनको मुआवजा देने के लिए खास सुविधा शुरू की गई है।

उन्होंने आगे कहा, “हमने असिस्टेंट नंबर जारी किए हैं, असिस्टेंट बूथ बनाए हैं। हावड़ा, खड़गपुर, मेदिनापुर, बालासोर,कटक और भुवनेश्वर समेत कई जगहों पर हेल्प डेस्क खोले गए हैं। पीड़ित हेल्प डेस्क से संपर्क करें या असिस्टेंट नंबर पर कॉल करें। हमारी टीम तैयार है कि जिस तरह की सहायता उन्हें चाहिए होगी, वो उन्हें मुहैया करवाई जाएगी।”

अधिकारी ने यह भी बताया, “पश्चिम बंगाल के मेदिनापुर के जिला अस्पताल में पांच लोगों को मुआवजा दिया गया है। 15 और लोगों को मुआवजा दिया जाना है। मुआवजा देने के लिए हमारी टीम वहां मौजूद हैं, जैसे ही डॉक्टर अनुमति देंगे मुआवजा देने के लिए उन्हें मुआवजा दे दिया जाएगा। तो जो जहां कहीं भी हैं और उन्हें सहायता चाहिए, तो वह हमारे हेल्प डेस्क नंबर पर कॉल करें। वह जहां कहीं भी होंगे हम वहां आकर उनकी सहायता करेंगे।”

टीएमसी ने पीड़ितों को बांटे 2000 रुपये के नोट

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को कटक के विभिन्न अस्पतालों में कोरोमंडल एक्सप्रेस के घायलों से मुलाकात की। टीएमसी की ओर से पीड़ितो को आर्थिक मदद भी दी गई है। इस बीच, बीजेपी ने एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि ममता बनर्जी की पार्टी लोगों की मदद तो कर रही है, लेकिन सहायता के नाम पर उन्हें 2000 रुपये के नोट दिए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी। सितंबर तक बैंक में जाकर 2000 रुपये के नोट बदले जा सकेत हैं। इसी वजह से अब जब टीएमसी नेताओं ने दो हजार के नोट बांटे, तो भाजपा ने उन्हें निशाने पर ले लिया।