भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दस्तावेज में खुद को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया है। उनके मुताबिक यह दस्तावेज बैकऑप्स लिमिटेड नाम की एक कंपनी से जुड़ा है। यह कंपनी राहुल ने 2003 में ब्रिटेन में शुरू की थी। कांग्रेस ने आरोप को खारिज किया है। ब्रिटेन के संबंधित सरकारी विभाग ने भी सफाई दी है कि यह टाइपिंग की गलती हो सकती है। इस विवाद के दौरान यहां हम आपको राहुल के कारोबार के बारे में बता रहे हैं। ये जानकारियां उनके द्वारा चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे और रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में पेश की गई जानकारी के आधार पर है।
बैकऑप्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड: यह नई दिल्ली स्थित स्टार्ट अप बीपीओ कंपनी है। इसे 2002 में 25 लाख रुपए से शुरू किया गया था। यह कॉल सेंटर की तर्ज पर सेवा मुहैया कराती है। बड़ी विदेशी सिविल इंजीनियरिंग फर्म्स को इंजीनियरिंग से जुड़ी जानकारी और स्ट्रक्चरल प्लानिंग सर्विस मुहैया कराती है। 2004 में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को जो हलफनामा दिया था उसके मुताबिक कंपनी में उनकी 83 फीसदी हिस्सेदारी थी।
2004 में बैकऑप्स का पूंजी निवेश 2.5 लाख रुपए था। कंपनी के बैंक खाते में तीन लाख रुपए जमा थे। कंपनी के एक और निदेशक के तौर पर राहुल के पारिवारिक दोस्त मनोज मुट्टू का नाम बताया गया था। राहुल ने बाद में कंपनी की अपनी हिस्सेदारी बहन प्रियंका गांधी के नाम कर दी थी। 2010 में कंपनी द्वारा दायर किए गए दस्तावेज के मुताबिक प्रियंका 91.67 फीसदी शेयरों की मालकिन थीं। उन्हें 25 मार्च, 2009 को कंपनी का एडिशनल डायरेक्टर बनाया गया था। कंपनी की बाकी 8.33 प्रतिशत हिस्सेदारी मनोज मुट्टू के पास थी।
बैकऑप्स लिमिटेड: यह कंपनी 2003 में यूके में बनाई गई थी। राहुल कंपनी के दो में से एक डायरेक्टर थे। दूसरे डायरेक्टर अमेरिका के उलरिक मैकनाइट थे। 2004 के राहुल के चुनावी हलफनामे के मुताबिक कंपनी का बैंक खात एचएसबीसी यूके में था और इसमें 18,600 अमेरिकी डॉलर जमा थे। कंपनी 2009 में बंद हो गई।
दुकानें: 2006 में साकेत (नई दिल्ली) के मेट्रोपॉलिटन मॉल में राहुल ने दो दुकानें खरीदीं। इन दुकानों का सुपर बिल्ट-अप एरिया 514.44 और 996.98 वर्ग फीट है। 2009 के चुनावी हलफनामे में राहुल ने इन दोनों दुकानों की कीमत 1.63 करोड़ रुपए घोषित की थी। 2012-2013 में उन्होंने 5.28 करोड़ में दोनों दुकानें बेच दीं।
अक्तूबर 2010 में राहुल ने गुडगांव के सिग्नेचर्स टावर-2 में दो कमर्शियल प्रॉपर्टीज बुक कराई थीं। इनमें से एक की कीमत 1.44 करोड़ और दूसरे की 5.36 करोड़ रुपए थी।
जमीनें: राहुल ने 6 एकड़, 3 कनाल और 13 मरला जमीन फरीदाबाद (हरियाणा) के मौजा हसनपुर गांव में खरीदी थी। यह सौदा 2008 में हुआ था। 2012 में उन्होंने यह जमीन बहन प्रियंका को तोहफे में दे दी।
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