लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार (23 दिसंबर) को महाराष्ट्र के परभणी का दौरा करेंगे। राहुल गांधी इस दौरान इसी महीने हुई हिंसा में मारे गए दो लोगों के परिजनों से मिलेंगे। महाराष्ट्र के परभणी में 10 दिसंबर की शाम को हिंसा हुई थी। यहां शहर के रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान की कांच से बनी आकृति को तोड़ दिए जाने के बाद हिंसा हुई थी। प्रतिमा मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित थी।
पीड़ित परिजनों से मिलेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार द्वारा साझा किए गए कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी अंबेडकरवादी सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवारों से मिलेंगे, जिनकी कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। वहीं विजय वाकोडे भी विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के दौरान मारे गए थे। इनके परिजनों से भी राहुल गांधी मिलेंगे।
फडणवीस ने विधानसभा में दिया था बयान
हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में राज्य विधानसभा में कहा कि सूर्यवंशी ने मजिस्ट्रेट से कहा था कि उन्हें प्रताड़ित नहीं किया गया था। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में क्रूरता का कोई सबूत नहीं मिला है। फडणवीस ने पहले ही परभणी हिंसा की न्यायिक जांच की घोषणा कर दी है।
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नाटक कर रहे कांग्रेस नेता
हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के राहुल गांधी के कदम को भारतीय जनता पार्टी की स्टेट यूनिट ने ‘नाटक’ करार दिया है। राज्य भाजपा प्रमुख और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने राहुल गांधी के दौरे को नाटक करार दिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “इस तरह के नाटक करने के बजाय, इस बात पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए कि रचनात्मक तरीकों से समाज को कैसे लाभ पहुंचाया जा सकता है। भाजपा और राज्य सरकार समाज और सभी समुदायों को एकजुट रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
शिवसेना ने भी राहुल गांधी के दौरे को पाखंड बताया। शिवसेना नेता शाइना एनसी ने भी परभणी दौरे की योजना को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष किया और कहा कि कांग्रेस नेता ने संसद में हुई हाथापाई पर कभी कोई चिंता नहीं दिखाई। शाइना एनसी ने एएनआई से कहा, “राहुल गांधी विशेष विमान से परभणी आ रहे हैं। वह नांदेड़ आएंगे, परभणी जाएंगे और दिखाएंगे कि वह सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार के साथ हैं। मेरा सवाल है कि जब राहुल गांधी सदन के बाहर इस तरह की हाथापाई देखते हैं, तो वह बाहर भी नहीं आते और विशेष चार्टर लेकर यहां आ रहे हैं? लोग इस पाखंड को समझते हैं। हम पूरी तरह से परभणी के सोमनाथ सूर्यवंशी और उनके परिवार के साथ हैं। हालांकि हम इस मामले में कभी कोई राजनीति नहीं करेंगे।” पढ़ें महाराष्ट्र के परभणी का एक परिवार कर रहा न्याय की गुहार
