कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज पंजाब के खन्ना एवं गोबिंदगढ़ के दौरे पर जाएंगे और राज्य के अनाज बाजारों का जायजा लेंगे, जहां पर हाल ही की बेमौसम बारिश के बाद किसान अपने उत्पाद को बेचने के लिए मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
यह दौरा उस वक्त किया जा रहा है, जब क्षेत्र के किसानों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह गेहूं खरीदी धीमी गति से कर रही है। राज्य में किसानों द्वारा आत्महत्या करने के मामले भी सामने आए हैं।
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ट्रेन से यात्रा करेंगे और आज देर दोपहर तक इलाके में पहुंचेंगे।
कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने कल सुझाव दिया था कि किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अपने मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर धरना दें।
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता ने पटियाला एवं खन्ना अनाज मंडियों का दौरा करने के बाद कहा था, ‘‘यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बादल को मिलने का समय नहीं दे रहे हैं, तो उनके लिए अच्छा होगा कि वह मोदी का ध्यान आकर्षित करने के लिए इधर-उधर घूमने एवं खोखली धमकी देने के बजाय धरना दें।’’
खन्ना अनाज बाजार को एशिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक समझा जाता है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि सरकार किसानों के उत्पाद को पर्याप्त मात्रा में नहीं खरीद रही है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में सरकार पर यह आरोप लगाकर हमला किया था कि वह किसान समुदाय की ‘उपेक्षा’ कर रही है और उद्योगपतियों एवं समृद्ध लोगों का पक्ष ले रही है।
उन्होंने सरकार पर यह भी आरोप लगाया था कि वह हाल ही के बेमौसम बारिश के दौरान किसानों को हुए नुकसान के बारे में विरोधाभासी आंकड़े दे रही है।
56 दिनों की छुट्टी लेने के कारण बजट सत्र के पहले चरण में गैरहाजिर रहने वाले गांधी ने जब से अपना कार्य पुन: जारी किया है, तब से किसानों एवं युवाओं से संबंधित मुद्दों को उठा रहे हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने किसानों से जुड़ने के लिए मई के पहले सप्ताह से महाराष्ट्र के विदर्भ या तेलंगाना क्षेत्र से ‘पदयात्रा’ करने की भी योजना बनाई है।
नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ी में सवार होते हुए राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि स्थिति बेहद खराब है। मैं अपनी आंखों से देखना चाहता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पंजाब जा रहा हूं। मैंने संसद में अपने भाषण में भी कहा था कि जो देश को अन्न उपलब्ध कराते हैं, देश को भोजन उपलब्ध कराते हैं, उनसे उनकी जमीन छीनी जा रही है। यह गलत है और हम इसका मुकाबला करेंगे।’’