उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में यात्रा निकालने जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लिए खास रणनीति तैयार की गई है। कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राहुल से कहा है कि वे बड़ी रैलियां न करें। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, किशोर ने राहुल गांधी को लम्बे भाषणों की बजाय लोगों से एक-एक कर मिलने को कहा है। किशोर की रणनीति रहेगी कि राहुल छोटे समूहों में युवाओं, महिलाओं और किसानों से मुलाकात करें। राहुल गांधी 6 सितंबर को पूर्वी यूपी के देवरिया से सड़क पर उतरेंगे और राज्य भर के 39 जिलों की यात्रा करेंगे। एक महीने लंबी इस कवायद के दौरान राहुल करीब 2,500 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। किशोर की रणनीति के मुताबिक, राहुल गांधी का फोकस महिलाओं, ब्राह्मणों और किसानों पर रहेगा। सूत्रों का कहना है कि इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी की दिखने और गायब होने की छवि को भी बदला जाएगा।
उत्तर प्रदेश के इंचार्ज महासचिव गुलाम नबी आजाद ने बताया कि राहुल इस यात्रा के दौरान बड़ी रैली नहीं करेंगे लेकिन छोटी सभाओं व रोड़ शो करेंगे। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी बाढ़, फसल नुकसान का मुआवजा देने में सरकार की कमी और गन्ने का बकाया ना दिए जाने जैसे मुद्दे उठाएंगे। पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सभी ब्लॉक में 25 हजार घरों तक पहुंचने का प्लान भी बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बीमार है इसके चलते यूपी में राहुल ही प्रचार की कमान संभालेंगे। सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहली बार रायबरेली और अमेठी से बाहर प्रचार करेंगी। माना जा रहा है कि वे अक्टूबर से प्रचार शुरू कर सकती हैं।
