भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने शनिवार को अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न पुरस्कार लौटा दिया। विनेश फोगाट ने अपने पति सोमवीर राठी के साथ अपना अवॉर्ड कर्तव्य पथ पर रख दिया। उनके कदम के बाद केंद्र की मोदी सरकार अब विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट कर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।

राहुल गांधी ने बिना नाम लिए भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को बाहुबली भी कहा है। राहुल गांधी ने लिखा, “देश की हर बेटी के लिये आत्मसम्मान पहले है, अन्य कोई भी पदक या सम्मान उसके बाद। आज क्या एक ‘घोषित बाहुबली’ से मिलने वाले ‘राजनीतिक फायदे’ की कीमत इन बहादुर बेटियों के आंसुओं से अधिक हो गई? प्रधानमंत्री राष्ट्र का अभिभावक होता है, उसकी ऐसी निष्ठुरता देख पीड़ा होती है।”

पुरस्कार लौटाने से पहले विनेश फोगाट ने भी पीएम मोदी को एक पत्र लिखा था। विनेश फोगाट ने लिखा था कि पिछले 1 साल से मैं जिस हाल में हूं, यह बताने के लिए आपको पत्र लिख रही हूं। उन्होंने कहा, “क्या हम महिला खिलाड़ी सरकार के विज्ञापनों पर ही छपने के लिए बनी हैं।”

बता दें कि इससे पहले बजरंग पूनिया ने 22 दिसंबर को अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाया था। उन्होंने भी पीएम आवास की ओर जाने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोका था। इसके बाद बजरंग ने अपना सम्मान वहीं सड़क पर रख दिया था। बजरंग पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कहा था, “मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है।”

कुछ दिन पहले ही भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था और इसमें बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद पहलवानों ने संजय सिंह का विरोध किया था। ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रेसलिंग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह रोती हुई नजर आई थीं। हालांकि पूरे प्रकरण के बाद खेल मंत्रालय ने अगले आदेश तक WFI के चुनाव को रद्द कर दिया था।