नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “संसद लोगों की आवाज है! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।”

इससे पहले नई संसद के उद्घाटन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही, राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ा। संदेश में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से कहा गया कि संसद के नए भवन के उद्घाटन का ये अवसर भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज़ रहेगा। नए संसद भवन का उद्घाटन हमारी विविधता को भारतभूमि के सबसे उत्तरी छोर से दक्षिणी बिन्दु तक, पूर्वी सीमा से पश्चिमी तटरेखा तक रहने वाले सभी देशवासियों के लिए गौरव और अतुलनीय आनंद का अवसर है।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संदेश

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का संदेश पढ़ा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के संदेश में कहा गया कि भारतीय लोकतंत्र की अभूतपूर्वक विकास यात्रा की इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घड़ी और गौरव क्षण में मुझे पूरे देश को बधाई देते हुए बहुत खुशी है… मुझे यकीन है कि इस अमृत काल में बना नया संसद भवन आगे भी हमारे विकास का साक्षी रहेगा।

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने क्या कहा ?

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि हमारा वर्तमान संसद भवन देश की लोकतांत्रिक गतिविधियों का जीवंत केंद्र रहा है। हमारी प्रगति का मार्गदर्शक रहा है। यह भवन भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति तथा संविधान निर्माण से लेकर हमारी गौरवशाली लोकतांत्रिक यात्रा के दौरान अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है।

उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में परिसीमन के कारण सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना एवं संसद की बढ़ती हुई ज़िम्मेदारियों को देखते हुए वर्तमान संसद भवन में स्थान का अभाव महसूस किया जा रहा था। संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से एक नए भवन के निर्माण का आग्रह किया था।