नरेंद्र मोदी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार ‘पूंजीपतियों’ के लिए किसानों की जमीन छीन रही है। उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को भी नहीं बख्शा और उन्हें ‘मिनी मोदी’ करार दिया और कहा कि उन्होंने भी गरीबों को ‘भुला दिया’।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने शुक्रवार को कड़ी धूप में पांच गांवों से होकर 15 किलोमीटर लंबी ‘पदयात्रा’ की और आदिलाबाद जिले में ऋण के बोझ तले दबकर आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने 2013 में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की ओर से पास किए गए भूमि अधिग्रहण कानून को ‘फीका’ करने का प्रयास करने के लिए राजग सरकार पर प्रहार किया।

राहुल ने राव का नाम लिए बगैर कहा, ‘मोदी जी और मिनी मोदी जी दावा करते हैं कि भारत और तेलंगाना को बदल देंगे लेकिन वे गरीबों को भूल गए जो वास्तव में देश को बदलते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर मोदीजी या यहां के मुख्यमंत्री किसानों से मुलाकात करते तो मुझे उनकी चिंता करने की जरूरत नहीं होती।’

भूमि विधेयक का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर आपसे जमीन ली जाती है तो यह आपकी सहमति के बगैर ले ली जाएगी। इसका कोई सोशल ऑडिट नहीं होगा।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अगर पांच वर्ष, दस वर्ष, 15 वर्ष और 50 वर्ष बाद भी काम शुरू नहीं होता तो आपको आपकी जमीन वापस नहीं मिलेगी।’ वह मोदी सरकार की ओर से लाए गए भूमि विधेयक का जिक्र कर रहे थे जिसमें 2013 के कानून में कई बदलाव किए गए हैं।

अमेठी से 44 वर्षीय सांसद ने पदयात्रा समाप्ति से पहले वाडियाल गांव में किसानों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह चिंता की बात है कि सत्ता में एक वर्ष पूरा करने जा रही भाजपा सरकार काफी तेजी से विधेयक को लागू करना चाहती है।

उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार एसईजेड में अप्रयुक्त हजारों एकड़ जमीन का उपयोग नहीं कर रही है लेकिन किसानों की जमीन छीनने का प्रयास कर रही है। राहुल ने कहा, ‘मैं आपको बताता हूं कि यह जमीन क्यों ली जा रही है। क्योंकि यह जमीन सोना है। आपको और आपके बच्चों को किसी और चीज की जरूरत नहीं है। वे नहीं चाहते कि जमीन आपके पास रहे। वे दो तिहाई औद्योगिक मित्रों को जमीन देना चाहते हैं।’

मोदी पर उनके नाम लिखे सूट को लेकर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, ‘क्या यहां कोई है जो दस लाख रुपए का सूट पहनता है? लेकिन मोदी जी पहनते हैं।’ राहुल ने कहा कि केंद्र की राजग सरकार के साथ ही तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली टीआरएस सरकार ‘मेक इन इंडिया’ और रोजगार सृजन के लिए काम करने का दावा करते हैं। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों से पूछा कि करीब एक वर्ष पहले सरकार बनने के बाद से उनमें से किसी को भी नौकरी मिली है क्या।

राहुल ने आरोप लगाए कि जब बेमौसम बारिश हुई और ओलावृष्टि हुई तो केंद्र और टीआरएस की सरकार ने कुछ नहीं किया और किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाने और कर्ज माफी जैसे अनेक वादे पूरे नहीं किए गए। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस किसानों के साथ ‘संसद में और सड़क पर’ साथ खड़ी रहेगी। साथ ही कहा कि उन्होंने जिन लोगों से मुलाकात की उन्होंने स्वीकार किया कि ‘गलती हुई है’ (2014 के चुनावों में भाजपा को वोट देकर)।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास की विरोधी नहीं है और पार्टी केवल ‘भाई भतीजवाद वाले पूंजीवाद’ के खिलाफ है। राहुल ने आरोप लगाए, ‘आज भारत और तेलंगाना की सरकार कुछ लोगों के लिए चलाई जा रही है। पांच-छह उद्योगपति प्रधानमंत्री के दोस्त हैं। वे उनके साथ विदेश जाते हैं और पूरा भारत उनके लिए चलाया जा रहा है।’

उन्होंने राजग सरकार को फिर से ‘सूट बूट की सरकार’ बताया। कांग्रेस नेता ने भाजपा के चुनाव प्रचार ‘अच्छे दिन’ का जिक्र करते हुए कहा, ‘कुछ ही लोगों के लिए अच्छे दिन हैं।’ राहुल ने सूखा प्रभावित गांवों में किसानों की समस्याओं को उजागर करने के लिए इस जिले के कोराटिकल गांव से 15 किलोमीटर पदयात्रा की शुरुआत की।

राहुल ने करीब 12 लाख रुपए के कर्ज के बोझ के चलते कथित रूप से आत्महत्या करने वाले वी राजेश्वर के परिवार से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने राजेश्वर की विधवा गंगवा को दो लाख रुपए का चेक भी सौंपा। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इससे पहले पंजाब और महाराष्ट्र का दौरा किया था जहां उन्होंने किसानों से बात की और पदयात्राएं निकालीं। उन्होंने भूमि अधिग्रहण विधेयक के मुद्दे पर संसद के अंदर और बाहर मोदी सरकार को आड़े हाथ लेने का मौका नहीं छोड़ा और किसानों के लिए राहत की मांग भी की।

इस बीच सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति और भाजपा ने राहुल पर निशाना साधते हुए उन पर किसानों के मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश और यात्रा को बड़े जश्न में तब्दील करने का आरोप लगाया। तेलंगाना राष्ट्र समिति के महासचिव के केशव राव ने राहुल के स्वागत के लिए सड़कों को पोस्टरों और होर्डिंगों से भर देने के तरीके की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों की खुदकुशी के दुखद विषय पर कांग्रेस उपाध्यक्ष की यात्रा को उनकी पार्टी बड़े जश्न में तब्दील कर रही है।

राज्यसभा सदस्य राव ने यहां कहा, ‘मानवीय मुद्दों को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाए। वह दुखद घटनाओं के सिलसिले में यहां आए हैं। कठिनाई में पड़े लोगों का अपमान नहीं किया जाए।’ तेलंगाना के भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने कहा कि राहुल को सबसे पहले तत्कालीन आंध्र प्रदेश में 2004 से लेकर 2014 तक किसानों की खुदकुशी की घटनाओं के बारे में बात करनी चाहिए, जब कांग्रेस सत्ता में थी।